ग्वालियर। गणेशोत्सव के लिए अब 24 घंटे से कम समय रहेगा। उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर हैं। गणपति बप्पा के स्वागत के लिए भव्य एवं आकर्षक पंडाल तैयार हैं। प्रमुख बाजारों में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। घरों में श्रीजी को रिद्धि-सिद्धि के साथ विराजित करने की तैयारियां शुरु हो गईं हैं। घरों में गणेशजी के पसंदीदा मोदक बनाए जा रहे हैं।
अचलेश्वर मंदिर सहित अन्य प्रमुख गणेश मंडलों के श्रीजी शुक्रवार की रात को ही अपने पांडालों में बैंड बाजों के साथ पहुंच जाएंगे। शनिवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ श्रीजी को दस दिन व आठ दिन के लिए शनिवार को शुभ मुहूर्त में विराजित किया जाएगा। क्योंकि नगर में श्रीजी के विसर्जन का सिलसिला फूल डोल एकादशी से शुरू हो जाता है।
अचलेश्वर मंदिर के प्रबंधक वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि परंपरागत रूप से 20 फीट ऊंची प्रतिमा जीवाजीगंज कुशल कारीगार द्वारा तैयार कराई गई है। श्रीजी को शुक्रवार की रात को ही मंडप तक लाया जाएगा। शनिवार को हवनकुंड के पास तैयार किए गए मंडप में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ श्रीजी को विराजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंडप स्थल को सजाने के साथ दूरसंचार विभाग के आफिस से लेकर सनातन धर्म मंदिर की आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। प्रतिदिन सुबह-शाम आरती के साथ शुद्ध देसी घी के लड्डुओं का भोग लगाकर श्रद्धालुओं द्वारा भक्तों में वितरित किया जाएगा।
दौलतगंज में यंग्स हिन्द क्लब व नागदेवता मंदिर सहित चार स्थानों पर युवाओं द्वारा श्रीगणेशजी विराजित किए जाते हैं। बाजार को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। चित्रगुप्त धाम के पास मेला जैसा माहौल हैं। गणेश मंडपों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियां की जा रही है।