ग्वालियर। शहर में मौत के स्पाट- यहां हर रोज हादसे हो रहे हैं। लगातार लोगों की जान जा रही है। हादसों की वजह तकनीकी खामियां हैं। छोटे-छोटे सुधार की जरूरत है लेकिन फिर भी हालात बदतर हैं। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। हर रोज यहां हादसे हो रहे हैं और निर्दोष लोगों की मौत हो रही है। शहर में सबसे ज्यादा मौत की वजह सड़क हादसे ही हैं।
सिरोल हाइवे: सिरोल हाइवे पर तीन ऐसे स्पाट हैं, जहां लगातार हादसे हो रहे हैं। शहर के आउटर प्वाइंट पर सबसे बड़ा हादसे का क्षेत्र यही है। जहां आए दिन हादसे होते हैं। यहां न्यू कलेक्ट्रेट की ओर से सिरोल हाइवे को जोड़ने वाली सड़क सबसे ज्यादा खतरनाक है। यहां लेवलिंग समान न होने की वजह से न्यू कलेक्ट्रेट की ओर से जाने वाले वाहन हाइवे से आने वाले वाहन चालकों को नजर ही नहीं आते।
सिकरोदा चौराहा: यह हादसे का दूसरा बड़ा प्वाइंट है। जहां चार तरफ से आने वाले वाहन एक ही जंक्शन पर मिलते हैं। यहां वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल है, लेकिन कभी चालू रहता है कभी बंद। यहां भी ट्रैफिक इंजीनियरिंग की खामी की वजह से हादसे हो रहे हैं।
पुरानी छावनी: निरावली तिराहे पर सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। यहां सड़क किनारे शोल्डर हादसों की बड़ी वजह हैं। यह इलाका शहर से सटा हुआ है, फिर भी यहां वाहनों की गति पर कोई नियंत्रण नहीं है।