कमलनाथ के गढ़ की घेराबंदी में उतरे भाजपा नेता, अमित शाह के माइक्रो मैनेजमेंट प्लान की हो रही समीक्षा

छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के अजेय गढ़ छिंदवाड़ा जिले की सात सीटों पर कांग्रेस काबिज है। छिंदवाड़ा सीट से खुद कमलनाथ चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने के लिए भाजपा ने ताकत झोंक रखी है। पार्टी ने इसे आकांक्षी सीट के रूप में चुना है, जहां चुनाव से काफी पहले से पार्टी के बड़े नेताओं के दौरे होते रहे हैं।

अब समय विधानसभा चुनाव का है तो नेताओं के दौरे बढ़ गए हैं। दूसरे राज्यों के नेता लगातार कैंप कर रहे हैं। इस क्षेत्र में बिहार व उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल मूल के मतदाता भी हैं, जिन्हें साधने के लिए बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को जिम्मेदारी दी गई है। 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो बार जिले का दौरा कर भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को माइक्रो मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाकर गए हैं। माइक्रो मैनेजमेंट की सतत समीक्षा की जा रही है। तैयारियों का जमीनी परीक्षण लगातार किया जा रहा है। छिंदवाड़ा में हर वर्ग को साधने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को परासिया समेत कोयलांचल में सक्रिय किया गया है। 

छिंदवाड़ा सीट भाजपा के लिए बड़ी चुनौती

इसी प्रकार लोधी मतदाताओं को केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल साध रहे हैं। ब्राह्मण मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा दौरे कर रहे हैं। पार्टी के शीर्ष नेताओं की छिंदवाड़ा जिले की सात सीटों के साथ-साथ पड़ोसी जिले बालाघाट और सिवनी पर भी नजर है, जहां से नियमित रूप से फीडबैक लिया जा रहा है। लोकसभा चुनाव की दृष्टि से भी छिंदवाड़ा सीट भाजपा की बड़ी चुनौती है।

स्वतंत्रता के बाद एक बार छोड़कर यहां से कांग्रेस कभी लोकसभा चुनाव नहीं हारी है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रदेश की एक मात्र सीट छिंदवाड़ा ही जीती थी। भाजपा इस गढ़ को इसी विधानसभा चुनाव में भेदना चाहती है, ताकि लोकसभा चुनाव में भी परिणाम अनुकूल मिले। यही कारण है कि जातिगत समीकरणों को भी साधा जा रहा है। यहां आधा दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों के दौरे हो चुके हैं। यही नहीं केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय मंत्री भानुप्रताप वर्मा बीते 15 दिनों से छिंदवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं।

जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान भाजपा ने छिंदवाड़ा में महाराष्ट्र से सांसद पूनम महाजन को यहां बुलाया था, क्योंकि मराठी वोट बैंक पर भी भाजपा की नजर है। सौंसर विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में मराठी वोटर हैं। कांग्रेस की बात करें तो यहां प्रचार की कमान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके पुत्र व सांसद नकुल नाथ के जिम्मे है।

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