हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह ने 17 और 18 सितंबर को लेबनान में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोटों के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी दी है. इन विस्फोटों में कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई और लगभग 3,000 लोग घायल हुए हैं.
हिज्बुल्लाह चीफ ने इस हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है और आरोप लगाया है कि इसके पीछे इजरायली सेना का हाथ था. हिजबुल्लाह ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई है. नसरल्लाह ने कहा कि “इजरायली दुश्मन ने कई पेजर को निशाना बनाया है” और “दुश्मन ने वास्तव में सभी हदों को पार कर लिया है.”
हमले को लेकर नसरल्लाह ने उठाए सवाल
नसरल्लाह ने कहा,”विस्फोट अस्पतालों, फार्मेसियों, अस्पतालों, बाजारों, दुकानों, घरों, कारों में हुए जहां कई नागरिक महिलाओं और बच्चों के साथ थे. घातक विस्फोट कुछ अलग हैं, लगभग 4,000 पेजर को निशाना बनाया गया था और विस्फोटों का मकसद एक पल में 4,000 लोगों को मारना था.”
नसरल्लाह ने कहा, “यह अपराध की हदों से परे है. हम इस तरह की आपराधिक कार्रवाई को क्या कहेंगे ? क्या यह एक बड़ा ऑपरेशन है? क्या यह नरसंहार है?”
‘ये जंग का ऐलान…’
नसरल्लाह ने कहा, ” ये जंग का ऐलान है. हमें बहुत बड़ा झटका मिला. लेकिन यह युद्ध की स्थिति है. इस अनुभव और इसके सबक के जरिए हम मजबूत और अधिक शक्तिशाली होंगे.” इजरायल की ओर चुनौती देते हुए नसरल्लाह ने कहा, “लेबनानी मोर्चा गाजा पर युद्ध खत्म होने तक नहीं रुकेगा.”
नसरल्लाह का सुझाव है कि मारे गए और घायल होने वालों की संख्या अधिक हो सकती थी क्योंकि कुछ पेजर हिज्बुल्लाह के लोगों के पास नहीं थे. यानी ये पेजर किसी को नहीं दिए गए थे. हिजबुल्लाह पेजर के निर्माण और बिक्री में शामिल कंपनियों की जांच करेगा, साथ ही साथ उन्हें कैसे वितरित किया गया था.