ग्वालियर। सितंबर की शुरुआत के साथ शहर में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में हर दिन डेंगू के मरीज आ रहे हैं, जबकि अगस्त में ऐसा नहीं था। डाक्टरों का कहना है कि पहले तीन-चार दिन में दो से चार केस आ रहे थे, लेकिन अब हर दिन जांच रिपोर्ट में दस से ज्यादा मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है। सितंबर में अब तक 85 केस सामने आ चुके हैं।
डाक्टरों का मानना है कि अब लोगों को सचेत होने की जरूरत है। डाक्टरों का कहना है कि गंभीर केस अभी नहीं आए हैं, लेकिन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। डाक्टरों ने बताया कि भर्ती मरीजों की हालत स्थिर है और किसी को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ी है। उन्होंने सलाह दी कि लोग मच्छरों से बचाव के लिए घर के आसपास सफाई रखें। सितंबर माह की शुरुआत से लेकर अब तक डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में लोगों के साथ ही संबंधित विभाग को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। डाक्टरों ने बताया कि ओपीडी में वायरल फीवर के काफी मरीज आ रहे हैं।
प्लेटलेट्स काउंट को लेकर भी घबराने की जरूरत नहीं
डा. मुदगल ने कहा कि यह डाक्टर को तय करने दें कि किस प्लेटलेट्स काउंट पर क्या इलाज करना है। कई बार किसी मरीज का प्लेटलेट्स काउंट 60 हजार होता है, लेकिन उन्हें ब्लीडिंग होने लगती है। ऐसे मरीज को तुरंत प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत है। लेकिन कई बार 20 हजार प्लेटलेट्स होता है और मरीज को ब्लीडिंग नहीं होती है। ऐसे मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत नहीं होती है।
घर या आफिस के आसपास पानी जमा न होने दें। द्यगड्ढों को मिट्टी से भरें और नालियों की सफाई करें। द्यजहां पानी जमा हो, वहां पेट्रोल या केरोसिन डालें। द्यकूलर, फूलदान व बर्तन का पानी हर हफ्ते बदलें। द्यघर में छत या खुले हिस्से में टूटे-फूटे सामान जैसे बर्तन, डिब्बे या टायर न रखें, या उल्टा करके रखें जिससे उनमें पानी जमा न हो। द्यडेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को भी अच्छी तरह बंद रखें।
पेन किलर न खाएं
बुखार आने पर सबसे जरूरी है कि बाडी को हाइड्रेट रखें। इसलिए फीवर आने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं, नारियल पानी और लिक्विड डाइट लें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। साथ ही अपनी मर्जी से कोई दवा नहीं खाएं। खासकर पेनकिलर तो बिल्कुल नहीं खाएं, इससे नुकसान हो सकता है।