ग्वालियर: एमपी में वोटिंग से पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। उनके बेटे का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें 500 करोड़ रुपए तक की बात हो रही है। इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी नेताओं ने चुप्पी साध ली है। वहीं, कांग्रेस अब हमलावर हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा है कि सरकार वीडियो की सत्यता की जांच क्यों नहीं करवा रही है।
दरअसल, बीजेपी ने इस बार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया बै। नरेंद्र सिंह तोमर के बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर के कथित वीडियो से बीजेपी विरोधियों के निशाने पर आ गई है। पहले के वायरल वीडियो में 100 करोड़ की डील की बात हो रही थी, जिसे देवेंद्र प्रताप सिंह ने फर्जी बताया था। एक सप्ताह बाद भी पुलिस का कोई जवाब नहीं आया है। वहीं, दूसरे वीडियो में 500 करोड़ तक की बात हो रही है। हालांकि यह बात किसके साथ हो रही है, यह साफ नहीं है।
दूसरे वीडियो में भी तोमर के बेटे की बात किसी के साथ वीडियो कॉल पर हो रही है। वीडियो की शुरुआत में कॉल पर बात कर रहा व्यक्ति फोन में दिख रहे देवेंद्र तोमर से कह रहा है कि ट्रांसफर कर दिया जाएगा। चंडीगढ़ से वह कह रहा है कि भैया इनका सीए हर महीने हमें बताया कि 50 सीआर,100 सीआर या 500 है। कितना है? जिस पर देवेंद्र का कहना है कि नो प्रॉब्लम उसके बाद फोन पर बात कर रहा व्यक्ति फिर कहता है कि एवरी मंथ लेना है। जिस पर देवेंद्र कहते हैं कि नो प्रॉब्लम, अभी पहले मंथ में यह कितना देंगे। जिस पर वह जवाब देता है कि पहले में मैंने उनको 250 बोला है और उसका का आज मेरे बैंक मैनेजर को में मिलेगा, क्योंकि वहां से कन्वर्ट करके वह आपके पास आ गया।
दलाल कहता है कि आपके पास से मोनार्डो में भेजना है। आप उनको भेजिए। जिस पर देवेंद्र ने कहा कि आप तो अपने अकाउंट में मंगा लो फिर भेज दीजिएगा। जिसका जवाब देते हुए दलाल ने कहा कि मोनार्डो में 50% रखिए। जिस पर देवेंद्र ने कहा रख लेंगे। इसी बीच दलाल के फोन पर किसी का फोन भी आता दिख रहा है। फोन उठाए बिना ही दलाल कहता है कि मैं आज शाम को सारा करके आपको बताता हूं। ओके जी और ओके भैया का कर फोन काट देता है।
कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार अपरंपार है, शिवराज और मोदी मुंह में दही जमाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं है तो मोदी जी चुप क्यों हैं? शिवराज सिंह इस प्रकरण पर मौन व्रत क्यों धारण किए हैं ? ‘खामोशी’ का मतलब ‘हां’ होता है। चुप्पी इशारा करती है सहमति की ओर। तो क्या ये मान लिया जाए कि ये वीडियो सही है? कांग्रेस ने पूछा है कि यह कौन से पैसे हैं, किससे लेने हैं, क्यों लेने हैं, किस काम के लिए लेने हैं ? बेटा इतना भ्रष्टाचार कर रहा है तो पिता जो स्वयं मंत्री है, वो क्या नहीं कर सकता ? इन सारे सवालों का जवाब जनता जानना चाहती है क्योंकि ये मध्यप्रदेश की जनता का पैसा है, यहां के लाचार किसानों के हक का पैसा है।