मुरैना। चंबल घाटी में बेखौफ हुए खनन माफियाओं के सिर से कानून का खौफ बिलकुल उतर चुका है. यही वजह है कि अब वे आम नागरिकों के अलावा पुलिस अधिकारियों पर भी जानलेवा हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. ऐसा ही एक मामला गुरुवार को शहर में सामने आया. यहां पर चम्बल कमिश्नर के निर्देश पर माइनिंग विभाग की टीम के साथ कार्रवाई करने निकले सिविल लाईन टीआई को खनन माफिया ने ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलने का प्रयास किया. इस दौरान टीआई की कमर व नाक-मुंह मे गंभीर चोट आई है. उनको गंभीर हालत में जिला अस्पताल से ग्वालियर के लिए रेफर किया गया है. पुलिस ने मौके से दो आरोपियों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त किया है. आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है.
शहर में बिक रहे अवैध पत्थर
चम्बल कमिश्नर को पिछले कुछ दिनों से सूचनाएं मिल रही थीं कि खनन माफिया खुलेआम मंडी लगाकर खंडा-पत्थर बेच रहे हैं. इसी सूचना पर कमिश्नर ने माइनिंग विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. कमिश्नर के निर्देश पर माइनिंग विभाग के अधिकारी सिविल लाइन टीआई रामबाबू यादव के साथ कार्रवाई करने निकले. नेशनल हाईवे पर पुलिस को 3 ट्रैक्टर-ट्रॉली खंडा-पत्थर से भरे हुए शहर की ओर आते दिखाई दी. पुलिस ने उनको पकड़ने का प्रयास किया तो भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में खनन माफिया दो ट्रैक्टर-ट्रॉली भागकर ले जाने में सफल हो गए
ट्रैक्टर-ट्रॉली को पेड़ से टकराया
एक चालक ने अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली को भगाकर ले जाने का प्रयास करने लगा, पुलिस ने उसका पीछा किया और उसकी रफ्तार थोड़ी कम हुई तो टीआई रामबाबू यादव अपने वाहन से उतरकर ट्रैक्टर पर चढ़ गए. इससे पहले की टीआई उसको अपने कब्जे में लेते चालक ने ट्रैक्टर को एक नीम के पेड़ से टकरा दिया. इससे टीआई ट्रैक्टर से उचटकर जमीन पर गिर पड़े. इससे टीआई की कमर व नाक-मुंह में गंभीर चोटें आ गई. पुलिस के जवानों ने तत्काल टीआई को संभालते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालक तथा एक अन्य व्यक्ति को अपनी हिरासत में ले लिया. घायल टीआई को पुलिस वाहन से जिला अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद ग्वालियर रेफर कर दिया.
‘जान से मारने का किया प्रयास’
सीएसपी राकेश गुप्ता का कहना है कि “कमिश्नर के निर्देश पर टीआई सिविल लाईन माइनिंग विभाग की टीम के साथ खनन माफिया पर कार्रवाई करने निकले थे. 3 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में से 2 भाग गए और एक माफिया का पीछा करते हुए टीआई ट्रैक्टर पर चढ़ गए. इस दौरान माफिया ने जान से मारने की नीयत से ट्रैक्टर को एक नीम के पेड़ से टकरा दी. ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और हत्या का मामला दर्ज किया है.
पहले भी कई लोगों की ली है जान
मुरैना जिले में माफियाओं के द्वारा पुलिस पर हमला करने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले 2012 में माफियाओं ने बनामोर में IPS नरेंद्र कुमार की रौंद कर हत्या की थी. उसके बाद 2018 में भी बड़ोखर गांव के ग्वालियर निवासी परिवार को जीप को रेत माफियाओं ने टक्कर मारी थी. जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी. इतना ही नहीं अभी हाल ही में बीती 19 मई को रेत माफियाओं ने पिता पुत्र की बाइक को सिकरोदा नहर के पास टक्कर मार दी थी. जिसमें एक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी.