लक्षद्वीप में सबसे ज्यादा होते हैं ये वाले क्राइम, आज तक सिर्फ 3 मर्डर ही हुए हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप विजिट के बाद से लक्षद्वीप चर्चा में है. अब सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप जाने की अपील की जा रही है और कई रिपोर्ट्स बता रही हैं अब लक्षद्वीप के लिए फ्लाइट भी शुरू हो गई हैं और लोग लक्षद्वीप के बारे में काफी सर्च कर रहे हैं. आपने भी लक्षद्वीप की कई तस्वीरें देखी होंगी और वहां घूमने जाने को लेकर कई चीजें देखी होंगी. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आखिर वहां क्राइम की क्या हालात है और क्यों इस जगह के लिए कहा जाता है कि पूरे भारत में सबसे कम क्राइम लक्षद्वीप में होता है. तो जानते हैं यहां से जुड़ी कुछ खास बातें…

कैसी है क्राइम की स्थिति?

अगर लक्षद्वीप में क्राइम की बात करें तो यहां क्राइम के मामले काफी काम है. लक्षद्वीप की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, यहां जघन्य क्राइम काफी कम होते हैं और कभी-कभी दूसरे क्राइम की घटनाएं सामने आती हैं. लक्षद्वीप में होने वाले क्राइम में सबसे ज्यादा चोरी, ट्रेसपास, दंगे आदि के केस आते हैं. हालांकि, यहां मर्डर आदि के मामले काफी कम है. लक्षद्वीप के हालात ये हैं कि यहां कई साल से कोई मर्डर नहीं हुआ है और अभी तक इतिहास में सिर्फ तीन ही मर्डर हुए हैं. 

आधिकारिक रिपोर्ट के हिसाब से अभी तक मर्डर के दो केस Androth और एक केस Kalpeni में आया है. ऐसे में इस जगह को काफी सिक्योर भी माना जाता है. क्राइम केस की संख्या की बात करें तो रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां साल 2018 में 77, 2019 में 182, 2020 में 147 और 2021 में 128 केस आए थे. इसके अलावा यहां की क्राइम रेट प्रति किलोमीटर स्क्वायर 315.6 है.  

फिर कितनी है पुलिस?

वहीं, पुलिस का आकड़ां देखें तो लक्षद्वीप में 9 पुलिस स्टेशन हैं, जहां एसएचओ, एएसआई, एसआई, सीआई और हैड कांस्टेबल रैंक के ऑफिसर हैं.  ये ही इन्हें लीड करते हैं. पुलिसकर्मियों की संख्या भी इस केंद्र शासित प्रदेश में कम है. यहां एक एयरपोर्ट है, जिसमें भी काफी कम सिक्योरिटी है. बता दें कि लक्षद्वीप के अगाती में जो एयरपोर्ट है, वहां भी एक इंस्पेक्टर, एक एसआई और एक महिला एसआई, 2 हैड कांस्टेबल और 5 कांस्टेबल तैनात हैं. अब कई जगह वायरलैस पुलिस भी लगाई गई है और पुलिस में भर्तियां की जा रही है. 

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