जीआरएमसी के न्यूरोलॉजी विभाग की जूनियर डॉक्टर डॉ. रेखा रघुवंशी द्वारा आत्महत्या करने के बाद न्यूरोलॉजी विभाग में डॉक्टरों की कमी हो गई है। इसकी वजह यह है कि डॉ. रेखा रघुवंशी की मौत के बाद दूसरी जूनियर डॉक्टर डिप्रेशन में है और वह ड्यूटी पर नहीं आ रही है।
इसके अलावा टीम को मुरैना में आयोजित कैंप में भी जेएएच से डॉक्टर भेजे गए थे। ऐसी स्थिति में यहां डॉक्टरों की कमी हो गई है। सिर्फ एक जूनियर डॉक्टर विभाग के पास बचा है। ऐसी स्थिति में न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष ने डीन को पत्र लिखकर कहा है कि विभाग को सुचारू रूप से चलाने के लिए न्यूरोसर्जरी या मेडिसिन से रेसीडेंट डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाए।
जब इस बारे में न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश उदैनिया से बात की तो उन्होंने कुछ भी कहने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है। इस पर डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ का कहना है कि न्यूरोलॉजी में पर्याप्त डॉक्टर हैं। उधर जूनियर डॉक्टरों ने मृतका डॉ. रेखा रघुवंशी को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
जूनियर डॉक्टर हॉस्टल के बाहर एकत्रित हुए जहां उन्होंने मोमबत्ती जलाकर डॉ. रेखा रघुवंशी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। वहीं इस मामले की जांच कर रही कंपू पुलिस की टीम बुधवार को न्यूरोलॉजी विभाग पहुंची जहां उन्होंने डॉ. रेखा के साथ काम करने वाले जूनियर डॉक्टरों के बयान दर्ज किए।