ग्वालियर: आने वाले दिनों में शहरवासियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। ग्वालियर शहर में शिंदे की छावनी से मानसिक आरोग्यशाला तक फ्लाई ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। यह 2.6 किलोमीटर लंबा होगा। इससे आए दिन लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। फ्लाई ओवर ब्रिज बनाने की तैयारी पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से कर ली गई है, और अक्टूबर से इसका निर्माण शुरू होने की संभावना है।
दूसरे चरण में किया जाएगा निर्माण
फ्लाई ओवर ब्रिज को उरवाई गेट तक ले जाने के लिए सर्वे किया गया है, यदि यहां लाई ओवर बनता है तो किले तक जाने के लिए लोगों को शिंदे की छावनी से ही नया रास्ता मिल सकेगा और उन्हें बाजार वाली सड़क के ट्रैफिक में नहीं फंसना पड़ेगा। फ्लाई ओवर का निर्माण एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण में किया जाएगा।
इसके लिए लोक निर्माण विभाग के सेतु संभाग ने बीते दिनों रूट सर्वे पूरा कर लिया है। अब उमीद जताई जा रही है कि फ्लाई ओवर को एलिवेटेड रोड के साथ छप्परवाला पुल अथवा शिंदे की छावनी तिराहे से भी जोड़ा जाएगा।
किले से होगी ब्रिज की कनेक्टिविटी
वर्तमान में किले तक पहुंचने के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। फ्लाई ओवर ब्रिज की कनेक्टिविटी से आसानी से किले तक पहुंचा जा सकेगा। क्योंकि शिंदे की छावनी से मानसिक आरोग्यशाला तक फ्लाई ओवर ब्रिज को उरवाई गेट तक ले जाने की प्लानिंग पूरी हो चुकी है।
यह भी होगा फायदा
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि जब कभी शहर में कोई वीवीआइपी आता है और उसे गुरुद्वारा, सिंधिया स्कूल या किले पर जाना होता है तो नदी गेट, शिंदे की छावनी, रामदास घाटी, बहोड़ापुर रोड व कोटेश्वर रोड तक का ट्रैफिक रोकना पड़ता है या दूसरी रोड पर डायवर्ट करना पड़ता है लेकिन लाई ओवर बनने के बाद यह नहीं करना पड़ेगा और किले, गुरुद्वारा व सिंधिया स्कूल पर वह बड़ी ही आसानी से पहुंच सकेंगे।
प्लानिंग पूरी हो चुकी है
शिंदे की छावनी से मानसिक आरोग्यशाला तक 2.6 किमी लंबे फ्लाई ओवर का सर्वे व रूट फाइनल किया जा चुका है। साथ ही उरवाई गेट तक लाई ओवर ले जाने की भी प्लानिंग पूरी हो चुकी है। अक्टूबर से निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।- रामनिवास राजपूत, सब इंजीनियर सेतु संभाग पीडब्ल्यूडी