खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार करते ही शिवपुरी से भारतीय जनता पार्टी के तीन दावेदार तैयार हो गए हैं। इनमें दो पूर्व विधायक भी शामिल हैं। हालांकि खेल मंत्री के समर्थक फिलहाल पार्टी के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं। उनका मानना है कि ग्वालियर-चंबल अंचल में विधानसभा चुनाव के दौरान सीटों की मारामारी के बीच पार्टी शायद ही उनके इस निर्णय को स्वीकार करे।
सूत्रों के अनुसार, संगठन द्वारा उन्हें समझाने का प्रयास भी किया जा रहा है। दूसरी ओर पार्टी नेतृत्व ने यशोधरा से ही उनके विकल्प की भी जानकारी मांगी है। यशोधरा राजे के इनकार के बाद इस सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव लड़ने की चर्चाएं भी जाेरों पर हैं।
शिवपुरी से दावेदारी को लेकर यदि केंद्रीय मंत्री सिंधिया की राय ली जाती है, तो वे पूर्व विधायक देवेंद्र जैन की पैरवी कर सकते हैं। वहीं, यशोधरा की पसंद पूर्व विधायक माखनलाल राठौर काे माना जा रहा है। इनके अलावा पार्टी के जिलाध्यक्ष राजू बाथम की दावेदारी भी चर्चा में है। गौरतलब है कि शिवपुरी सीट अभी तक सिंधिया राजपरिवार का गढ़ मानी जाती रही है।
जानिए… किसकी दावेदारी और क्यों?
देवेंद्र जैन
देवेंद्र जैन 1993 में यहां से विधायक रह चुके हैं। इसके बाद नपाध्यक्ष के चुनाव में पराजित होने के बाद कोलारस से विधानसभा का चुनाव जीते थे। वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों में शामिल हैं।
माखनलाल राठौर
राठौर ने भी यशोधरा के इनकार के बाद अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। 2008 में यशोधरा सांसद का चुनाव लड़ी थीं, उस समय कांग्रेस के वीरेंद्र रघुवंशी को हराकर वे विधायक बने। इससे पहले वे नगर पालिका अध्यक्ष भी रह चुके हैं।.
डॉ. राघवेंद्र शर्मा
भाजपा के प्रदेश कार्यालय मंत्री हैं। मूल निवास शिवपुरी में है। बाल स्वयंसेवक के रूप में काम शुरू करने वाले राघवेंद्र दस साल संघ के प्रचारक रहे। उसके बाद प्रदेश के बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष बने।