नई दिल्ली: रिलायंस जियो , एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने हाल में मोबाइल टैरिफ में भारी बढ़ोतरी की है। इसके बाद यूजर्स ने सरकारी टेलिकॉम कंपनी बीएसएनएल का रुख करना शुरू कर दिया है। हालांकि कंपनी ने अब तक 4जी और 5जी सर्विसेज शुरू नहीं की हैं। लेकिन अब ज्यादा दिन तक प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों की मनमानी चलने वाली नहीं है। संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि बीएसएनएल (BSNL) और एमटीएनएल (MTNL) जल्द से जल्दी 4जी और 5जी सेवाएं शुरू करेंगी। उनका कहना है कि सरकारी टेलिकॉम कंपनियों में तेजी से बदलाव किया जा रहा है और इसकी रोजाना निगरानी की जा रही है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के उद्घाटन समारोह से इतर बोलते हुए सिंधिया ने गुरुवार को कहा कि सरकार एमटीएनएल के सॉवरेन गारंटी बॉन्ड के पीछे खड़ी है और कोई चूक नहीं होगी, भले ही इसका संचालन बीएसएनएल को हस्तांतरित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमने जो कहा है वह बहुत स्पष्ट है कि एमटीएनएल का संचालन बीएसएनएल को हस्तांतरित कर दिया जाएगा। देनदारियों का भुगतान करने के लिए एसेट्स का मॉनिटाइजेशन किया जाएगा। भारत सरकार एमटीएनएल के बॉन्ड के पीछे खड़ी है और इसमें कोई डिफॉल्ट नहीं होगा।’
देसी सिस्टम पर भरोसा
सरकारी टेलिकॉम कंपनियों के अपग्रेडेशन के बारे में उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए आसान होता कि हम ग्लोबल वेंडर्स से तकनीकें लेते और वही करते जो दूसरे करते हैं। लेकिन हमें लगता है कि भारत को केवल सर्विसेज का ही आपूर्तिकर्ता नहीं होना चाहिए, बल्कि प्रॉडक्ट्स का भी आपूर्तिकर्ता होना चाहिए। इसलिए, हमने कठिन रास्ता चुना और भारत 4जी स्टैक को खुद विकसित करने का फैसला किया।’ टाटा द्वारा संचालित तेजस और टीसीएस तथा सी-डॉट का एक कंसोर्टियम 4जी और 5जी टेलिकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए जटिल तकनीक पर काम कर रहा है। इसे बीएसएनएल और एमटीएनएल नेटवर्क पर तैनात किया जाएगा।
सिंधिया ने कहा, ‘मैं गारंटी देता हूं। हम इस प्रयास के लिए एक लाख आरएएन (रेडियो एक्सेस नेटवर्क) तैनात करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास भारत के भीतर ऐसी तकनीकें विकसित करना है जिनका उपयोग न केवल घरेलू उपयोग के लिए किया जाएगा, बल्कि निर्यात के लिए भी किया जाएगा। एक दशक पहले की तुलना में पिछले साल दूरसंचार उपकरणों का निर्यात 20,000 करोड़ रुपये के करीब था। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार नियामक की भूमिका निभाने के बजाय इस क्षेत्र के विकास को सक्षम बनाने में एक फैसिलिटेटर बनना चाहती है।
6जी का नेतृत्व करेगा भारत
उन्होंने कहा कि 5G में तेजी से विकास देखने के बाद, भारत अब 6G प्रौद्योगिकियों के विकास में अग्रणी बनने के लिए काम कर रहा है। एक ऐसा देश जिसने 4G में दुनिया का अनुसरण किया, 5G में उसके साथ चला और अब 6G की बात आने पर नेतृत्व करेगा। सिंधिया ने कहा कि भारत अब 5G के लिए ऐप और सॉल्यूशन के विकास को प्रोत्साहित करने पर काम कर रहा है, जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। साइबर सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत डिजिटल मोर्चे पर विकसित हो रहा है, साइबर सुरक्षा के मोर्चे पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने आज युद्ध केवल जमीन पर ही नहीं, बल्कि क्लाउड पर भी लड़े जाते हैं। जब साइबर सुरक्षा की बात आती है तो देश, नागरिकों और व्यवसायों की सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है।’