ग्वालियर। बीच शहर चेतकपुरी नर्सरी के नीचे नाले से लगी सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत भोपाल से ग्वालियर तक पहुंची है। यहां चंद रोज पहले निगम का अमला अतिक्रमण हटाने पहुंचा था। शिकायतकर्ता कैलाश अग्रवाल का कहना है कि यहां ग्राम ललितपुर की बेशकीमती सरकारी जमीन पर शहर के बिल्डर व कारोबारी प्रोजेक्ट बनाकर कब्जा कर रहे हैं और जिला प्रशासन और नगर निगम तक सब आंखे बंद कर बैठे हैं। भाजपा नेता राकेश शर्मा, बिल्डर राजू कुकरेजा, रोहित वाधवा, महेश भारद्वाज पर मिलकर कब्जा करने का आरोप लगाया है। वहीं खास बात यह कि अफसरों को इन सर्वे नंबरों की जानकारी नहीं है।
शिकायतकर्ता ने मिसिल बंदोबस्त की प्रतिलिपि भी लगाई है जिसमें सभी पांच सर्वे नंबर शासकीय बताए हैं। शिकायतकर्ता कैलाश अग्रवाल ने शिकायत में बताया है कि ग्वालियर शहर की करोड़ों की बेशकीमती शासकीय भूमि ग्राम ललितपुर तहसील व जिला ग्वालियर के भूमि सर्वे क्रमांक 243, 244, 245, 246, 247 और अन्य शासकीय सर्वे नंबरों की भूमि को अतिक्रमणकारियों व भूमाफियाओं द्वारा खुर्दबुर्द एवं प्लाटो का अवैध निर्माण कराया जा रहा है।
उक्त शासकीय भूमि ग्राम ललितपुर तहसील व जिला ग्वालियर जीवाजी क्लब के पीछे उक्त भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा राजस्व विभाग और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ग्वालियर से बिना विकास अनुज्ञा प्राप्त कर अवैध रूप से शासकीय भूमि पर कार्य किया जा रहा हैं, उक्त माफियाओं के पास नगर निगम ग्वालियर से कोई अनुमति प्राप्त नहीं हैं और उक्त भूमि का डायवर्सन और संबंधित सक्षम विभागों से कोई अनुमति प्राप्त नहीं हैं। भूमि ग्राम ललितपुर के मिसिल बंदोबस्त संवत 1997 (वर्ष 1940) की स्थिति में शासकीय है। शिकायत प्रमुख सचिव राजस्व, संभागायुक्त ग्वालियर, कलेक्टर ग्वालियर और नगर निगम आयुक्त से की गई है।
सितंबर 2023: इसी जमीन को लेकर दो पार्टनरों ने कहा था-अवैध है निर्माण
नौ सितंबर 2023 को महेश भारद्वाज और रोहित वाधवा ने अभिभाषक के माध्यम से विज्ञप्ति भी निकलवाई थी जिसमें बताया था कि सूचित किया जाता है कि सर्वे क्रं 243, 244,245-1 मिन, 246-2 मिन-1, 247-1 मिन-1, 245-1 मिन-2 क, 246-2 मिन-2-क, 247-1-मिन-2 कुल रकबा 2.96 हेक्टेयर ग्राम ललितपुर जीवाजी क्लब के पीछे का स्वामित्व परिकल्प रियलिटी एलएलपी के पास है। उक्त भूमि रजिस्टर्ड विक्रम पत्र 28 फरवरी 2014 के द्वारा भूमि के मूल स्वामी सुभाषचंद शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, गिरीश कुमार शर्मा, राकेश शर्मा पुत्रगण स्वर्गीय भजनलाल शर्मा द्वारा विक्रय की गई है, उपरोक्त परिकल्प रियलिटी एलएलपी के पार्टनर सुभाषचंद शर्मा, अशोक शर्मा, गिरीश शर्मा, राकेश शर्मा, गोपी मदान, विक्रम शर्मा, महेश भारद्वाज, रोहित वाधवा, राजेश कुमार गुप्ता व अमित गच्छ हैं। सुभाषचंद शर्मा का देहांत हो चुका है और परिकल्प की संपत्ति का विवाद भी कोर्ट में है। परिकल्प रियलिटी एलएलपी की संपत्ति को लेकर टीएंडसीपी व नगर निगम व अन्य विभागों से अनुमति प्राप्त नहीं है। पार्टनर अशोक शर्मा व गिरीश शर्मा व राकेश शर्मा द्वारा धन एकत्रित किया जा रहा है, जो अवैध है। अवैध निर्माण हो रहा है। महेश व रोहित ने अन्य पार्टनरों से कोई लेनादेना न होने की भी घोषणा की थी।
नगरनिगम प्रशासन चुप क्यों, फिर तोड़ने क्यों पहुंचे थे
जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध दिख रही है। अगर जमीन सरकारी है तो कैसे प्रोजेक्ट की तैयारी चल रही है, इतनी बेशकीमती जगह पर ऐसा कैसे हो रहा है। निगम के अधिकारी व अमला उस दिन क्या तोड़ने पहुंचे थे, प्रोजेक्ट अवैध दिखा इसलिए वाशरूम व अन्य निर्माण तोड़ा, मौके पर राजस्व से कोई नहीं बुलवाया। निगम कार्रवाई का दिखावा करके चला आया। अफसरों की चुप्पी बड़ी सांठगांठ का इशारा कर रही है।