ग्वालियर, सिंधिया राजघराने के मुखिया केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पुत्र महाआर्यमान के साथ शाही लिबास पहनकर सोमवार की शाम को 300 वर्ष से चली आ रही पंरपरा का निर्वाहन पवित्र शमी वृक्ष का पूजन कर किया। राजपरिवार के पुरोहितों वैदिक मंत्रोच्चरण के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने परंपरागत रूप से पूजन किया। पूजन के उपरांत सिंधिया ने म्यान से तलवार निकालकर प्रतीकात्मक रूप से शमी पौधे से तलवार लगाई, उसके साथ ही लोग शमी की पत्तियां लूटने के लिए टूट पड़े। शमी की पत्तियों को सोना मानकर लूटा जाता था। पहले इन पत्तियों को सरदार लूटते थे। अब राजनीतिक दलों के नेता लूटते हैं और महल में विजयादशमी पर लगने वाले दरबार ए खास में यह पत्तियों को महाराज को भेंट करते थे। अब भी प्रतीकात्मक दरबार महल में दरबार लगा। सिंधिया राजपरिवार के मुखिया को सरदारों ने कतारबद्ध खड़े होकर यह पत्तियां भेंट कर शुभकामनाएं दीं। हालांकि शमी पूजन के बाद सिंधिया गोरखी स्थित देवघर पूजन व दर्शन करने के लिये जाते हैं।
दशमी लगने पर किया पूजन
नगर में विजयादशमी का पर्व मंगलवार को मनाया जाएगा। महल से जुड़े सरदारों ने बताया कि यह पूजन सूर्यास्त के बाद किया जाता है। दशमी मंगलवार की दोपहर को हैं इसलिए दशमी शुरु होते ही शमी पूजन किया गया, जबकि चर्चा है कि किसी बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली बुलाया गया है। पहले उनका सुबह साढ़े नौ बजे जाने का कार्यक्रम था। अब दिल्ली फ्लाइट से जाएंगे।
यह लोग थे मौजूद
सरदारों के अलावा शमी पूजन में भाजपा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, मोहन सिंह राठौर, टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे मुन्नालाल गोयल, सुरेंद्र शर्मा सरपंच, बालखांडे सहित काफी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।