इंडिया जिंदाबाद, इंडियन नेवी का शुक्रिया… भारत की जय जयकार क्यों कर रहे पाकिस्तानी मछुआरे?

इस्लामाबाद: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक बार फिर पाकिस्तानी मछुआरों की जान बचाई है। दरअसल, ये मछुआरे एक ईरानी जहाज अल-कंबर पर काम करते थे, जिसका सोमालियाई समुद्री लुटेरों ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद भारतीय नौसेना बंधक बनाए गए ईरानी पोत और चालक दल के सदस्य के रूप में कार्यरत 23 पाकिस्तानी नागरिकों को समुद्री लुटेरों के खिलाफ 12 घंटे से अधिक चले अभियान के बाद छुड़ा लिया। इस अभियान में भारतीय नौसेना के आईएनएस सुमेधा और गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस त्रिशूल युद्धपोत शामिल थे। अपनी जान बचाने पर पाकिस्तानी मछुआरे इतने खुश हुए कि वे इंडिया जिंदाबाद और इंडियन नेवी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

वीडियो में पाकिस्तानी मछुआरों ने क्या कहा

वीडियो में पाकिस्तानी मछुआरों के बीच बैठा एक शख्स बोलता है, ” मैं अमीर खान हूं। मैं मास्टर हूं इस लॉन्च का अल इस्लाम बोट है। मैं ईरान से निकलकर आ रहा था समंदर। मुझे सुबह सोमालियों ने हाइजैक किया हुआ है। कल दोपहर तीन बजे से इंडियन नेवी मेरे पीछे लगी हुई है। पूरी रात उन्होंने काम किया। इंडियन नेवी ने मुझे आजाद कर दिया है, सोमालियों को निकाल दिया है। अभी मैं आजाद हूं। इंडियन नेवी का शुक्रिया।” इसके बाद वह शख्स नारे लगाता है, इंडिया जिंदाबाद। इस पर उसके बाकी साथी भी जिंदाबाद के नारे लगाते हैं।

भारतीय नौसेना ने जारी किया बयान

भारतीय नौसेना के प्रवक्ता की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार भारतीय नौसेना की विशेषज्ञ टीमें मछली पकड़ने वाले पोत की गहन जांच कर रही हैं ताकि मछली पकड़ने के काम को फिर से शुरू करने के लिए उसे सुरक्षित क्षेत्र में ले जाया जा सके। भारतीय नौसेना ने शुक्रवार देर शाम कहा था कि वह अगवा किए गए मछली पकड़ने वाले पोत को बचाने के लिए एक अभियान में लगी है जिस पर कथित तौर पर नौ सशस्त्र समुद्री डाकू और उसके चालक दल सवार हो गए हैं।

हथियारों से लैस थे समुद्री लुटेरे

नौसेना ने कहा कि जहाज को गुरुवार को रोक लिया गया। इसमें कहा गया, “आईएनएस सुमेधा ने शुक्रवार तड़के एफवी ‘अल कंबर’ को रोका और बाद में आईएनएस त्रिशूल भी इसमें शामिल हो गया…।” घटना के समय मछली पकड़ने वाला पोत सोकोट्रा से लगभग 90 समुद्री मील (एनएम) दक्षिण पश्चिम में था और “बताया गया है कि सशस्त्र समुद्री लुटेरे उस पर सवार थे।”

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