सिंधिंया के साथ पुराना याराना भूल गए राहुल ! पैठ मजबूत करने पहुंच गए दोस्त के गढ़

यात्रा मध्यप्रदेश में पांच दिन रहेगी। पांच दिन में ये यात्रा मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम क्षेत्र में रहेगी। ज्यादातर क्षेत्र भाजपा के प्रभाव वाले हैं। यहां सिंधिया का प्रभाव है। कांग्रेस यहां पैठ मजबूत करने के प्रयास में है।

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ग्वालियर-चंबल संभाग से ज्यादा सफलता नहीं मिली थी। भिण्ड, ग्वालियर, गुना जिले ऐसे रहे जहां विधानसभा चुनाव में भाजपा का पलड़ा भारी रहा। हालांकि शेष में कांग्रेस को कुछ राहत रही। चुनाव से पहले निकाली जा रही है इस यात्रा से कांग्रेस को उम्मीद बनी है। कांग्रेस मानकर चल रही है कि यात्रा का उसे लाभ मिलेगा।

शायद यही कारण है कि इस यात्रा के दौरान राहुल विभिन्न वर्गों से संवाद करेंगे। इनमें आदिवासी, किसान, युवा सहित अन्य वर्ग के लोग शामिल हैं। किसानों के साथ राहुल खाट पंचायत करेंगे। राहुल वादा भी कर चुके हैं कि कांग्रेस किसानों के साथ हैं। अग्निवीय योजना के उम्मीदवारों से भी संवाद का कार्यक्रम है। पूर्व सैनिकों से भी चर्चा करेंगे। रोड शो एवं जनसभा के माध्यम से भी लोगों से मुखातिब होंगे।

कांग्रेस सांसद ही नहीं लोकसभा क्षेत्रों की बात करें तो जहां- जहां से राहुल की न्याय यात्रा गुजरेगी, वहां कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं है। मालूम हो कि मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस के खाते में सिर्फ एक सीट ही है। यह सीट कमलनाथ के प्रभाव क्षेत्र छिंदवाड़ा की है। यहां से कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ सांसद हैं।

ग्वालियर पहुंची थी यात्रा

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शनिवार शाम ग्वालियर पहुंची। उन्होंने हजीरा पर सभा में कहा, पिछड़ा, दलित, आदिवासियों की आबादी देश में 73त्न है, लेकिन देश की 200 कंपनियों में कितने कुशवाह, कितने माझी और कितने यादव हैं। इन कंपनियों के मालिकों में आपके नाम का कोई नहीं है। आपके लोग न अस्पताल चला रहे न यूनिवर्सिटी। आपको अपने नाम देखने हैं तो मनरेगा की सूची में देखिए। ढेरों मिल जाएंगे। राहुल ने कहा कि देश में जातिगत गणना क्रांतिकारी कदम है, लेकिन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश में दो ही जात हैं। एक अमीर, दूसरी गरीब। पहले मोदी कहते थे कि मैं ओबीसी हूं। मैंने जातिगणना की बात कही तो कहने लगे कि हिन्दुस्तान में कोई जाति ही नहीं है। मोदी नहीं चाहते हैं कि आपकी आबादी पता चले। आपको भागीदारी मिले। कांग्रेस सरकार आते ही सबसे पहले जातिगत गणना की जाएगी। आप खून-पसीना बहाकर इस देश को चलाते हैं, लेकिन आपको कहीं भी भागीदारी नहीं मिलती है। यह देश की सच्चाई है। देश के हाईकोर्ट में 650 जज हैं। इन जजों में आपके नाम के कितने लोग हैं। एक भी नहीं। इस देश को तीन से चार फीसदी लोग चला रहे हैं।

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