उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और गुजरात के सूरत में रेलवे ट्रैक पर ऊटपटांग चीजें डालकर ट्रेन को पलटाने की साजिश होने के बाद अब ग्वालियर में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है. यहां लोहे की भारी भरकर एक चौकोर फ्रेम को ग्वालियर रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर दूर बिरला नगर रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रैक पर रख दिया गया.
गनीमत यह रही कि मंगलवार तड़के 12 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से आ रही मालगाड़ी के ड्राइवर ने इस लोहे की फ्रेम को देख लिया और समय रहते इसकी सूचना बिरला नगर स्टेशन मास्टर को देने के साथ ही कंट्रोल रूम झांसी को भी दे दी.इसके बाद ग्वालियर का रेलवे सुरक्षा बल शासकीय रेलवे पुलिस और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और इस लोहे की फ्रेम को ट्रैक से हटकर जब्त कर लिया.
फिलहाल यह पता नहीं चला है कि यह हरकत किन लोगों की है. बिरला नगर स्टेशन मास्टर के मेमो के आधार पर जीआरपी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. बिरला नगर रेलवे स्टेशन के 1227 /16 ए खंबे के पास यह लोहे की फ्रेम रखी गई थी. जीआरपी ने रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 150 (क) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस लोहे की फ्रेम को ट्रैक पर रखने का क्या मकसद था इसे लेकर जीआरपी और आरपीएफ पशोपेश में है
दोनों ही बलों ने ग्वालियर से बिरला नगर रेलवे स्टेशन के आसपास सतर्कता और पेट्रोलिंग बढ़ा दी है. गौरतलब है कि ग्वालियर झांसी होकर दक्षिण भारत और मुंबई सहित देश के अन्य राज्यों के लिए बड़ी संख्या में ग्वालियर से ट्रेनों का गुजरना होता है. ऐसे में किसी की थोड़ी सी हरकत भी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती थी.
गनीमत यह रही की ट्रैक पर उस समय कोई पैसेंजर गाड़ी नहीं थी. एक मालगाड़ी आ रही थी वह भी बेहद कम रफ्तार से. रेलवे पुलिस का कहना है कि इस मामले में स्टेशन मास्टर के मेमो के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है और आरोपी की भी खोज भी की जा रही है. इससे पहले ग्वालियर के आसपास रेलवे ट्रैक पर पूर्व में कोई हरकत रिकॉर्ड नहीं की गई है.