ग्वालियर। देश में सबसे तेजी से बनने वाले एयरपोर्ट में शुमार ग्वालियर एयरपोर्ट को फाइव स्टार रैंकिंग मिलेगी। यह ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में तैयार हो रहा है जहां बिजली बचत से लेकर पर्यावरण सरंक्षण व जल बचाने जैसे नवाचारों को किया जा रहा है। ऐसे कई कारणों के कारण ग्वालियर के नए टर्मिनल को ग्रीन एयरपोर्ट कहा जा रहा है। अब जल्द ही ग्रीन रेटिंग फार इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट (जीआरआइएचए काउंसिल) की ओर से नए टर्मिनल का असेसमेंट किया जाएगा। टर्मिनल को ग्रीन एयरपोर्ट की थीम पर इसी के चलते तैयार किया गया है जिससे यह फाइव स्टार रैंकिंग वाले एयरपोर्ट में शामिल हो सके। बेंगलुरू एयरपोर्ट के पास अभी फाइव तो जम्मू एयरपोर्ट के पास फोर स्टार रैंकिंग हैं। वहीं 15 दिसंबर को एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा लेकिन कुछ फिनिंशिंग काम चलता रहेगा।
यह बता दें कि महाराजपुरा स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट को नए टर्मिनल के रूप में विकसित किया गया है जिसके निर्माण में पांच सौ करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। देश का सबसे तेज एयरपोर्ट बनने का दावा किया गया है जिसके काम को चलते हुए 15 माह हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट में यह शामिल है इसलिए इसकी सतत निगरानी की जा रही है। ग्रिहा ऊर्जा खपत, अपशिष्ट उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने आदि जैसे पहलुओं को मापने का प्रयास करता है, ताकि इसे सर्वोत्तम संभव सीमा तक प्रबंधित, नियंत्रित और कम किया जा सके। यह एक रेटिंग टूल है जो लोगों को कुछ राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य मानकों के आधार पर उनके भवन के प्रदर्शन का आकलन करने में मदद करता है। यह किसी इमारत के पूरे जीवन चक्र के दौरान उसके पर्यावरणीय प्रदर्शन का समग्र रूप से मूल्यांकन करता है, जिससे ‘हरित इमारत’ के गठन के लिए एक निश्चित मानक प्रदान किया जाता है। स्वीकृत ऊर्जा और पर्यावरण सिद्धांतों पर आधारित रेटिंग प्रणाली, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्थापित प्रथाओं और उभरती अवधारणाओं के बीच संतुलन बनाने का प्रयास करेगी।