भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने सेटेलाइट से मिली इमेज के आधार पर बताया है कि मध्य प्रदेश के उत्तर मध्य क्षेत्र में (अधिकतम क्षेत्र ग्वालियर चंबल संभाग) तूफानी चक्रवात बना हुआ है। यह समुद्र तल से मात्रडेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई पर है और इस चक्रवात में मौजूद बादलों की मोटाई लगभग 1 किलोमीटर है। इसके कारण पूरे मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों में अप्रत्याशित बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान – 14 जिलों में ओलावृष्टि की संभावना, ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन और देवास में भारी वर्षा के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। इन जिलों में कुछ स्थानों पर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चल सकती है। आंधी के साथ बारिश की संभावना है। उपरोक्त के अलावा बुरहानपुर, खंडवा, मंदसौर, रतलाम, सीहोर, और हरदा में गरज चमक के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि के अलावा 60 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चलने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग में उपरोक्त सभी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। नागरिकों से निवेदन किया गया है कि मौसम के खतरे को ध्यान में रखते हुए अपनी योजनाएं बनाएं।
मध्य प्रदेश के 18 जिलों में आंधी बारिश और वज्रपात का खतरा
मौसम केंद्र भोपाल से जारी मौसम का पूर्वानुमान एवं किसान मौसम बुलेटिन के अनुसार राजगढ़, नर्मदा पुरम, बैतूल, शाजापुर, आगर मालवा, नीमच, छिंदवाड़ा एवं भोपाल में तेज हवाओं के साथ वज्रपात और बारिश होने की संभावना है। इन जिलों के कुछ इलाकों में 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी और बारिश की संभावना है। उपरोक्त के अलावा गुना, अशोकनगर, श्योपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, दमोह, सागर, विदिशा एवं रायसेन में गरज चमक के साथ वज्रपात होने का खतरा जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा उपरोक्त सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। नागरिकों से अपील की गई है की मौसम का ध्यान रखें और यदि मौसम खराब होता है तो सुरक्षा के इंतजाम करें।
आसमान में बादलों और चक्रवात की GPS लोकेशन
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ को अब मध्य पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 3.6 किमी और 5.8 किमी के बीच एक चक्रवाती सरकुलेशन के रूप में देखा जा रहा है, जो ऊपरी क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में औसत समुद्र तल से 7.6 किमी और 12.0 किमी के बीच मोटे तौर पर लॉन्ग के बीच बना हुआ है। अक्षांश के उत्तर में 72° पूर्व। आज भारतीय समयानुसार प्रातः 0530 बजे 18° उत्तर।
मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पश्चिमी राजस्थान पर प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और इसके आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर है।
दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से पूर्वोत्तर अरब सागर तक पूर्वी हवाओं में ऊपरी हवा का ट्रफ अब दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से मध्य अरब सागर के पार गुजरात क्षेत्र तक चलता है और मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है।
पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब गुजरात क्षेत्र और उसके आसपास बना हुआ है और औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
उत्तर मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी ऊपर उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उत्तरी ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों के आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण थाईलैंड पर चक्रवाती परिसंचरण अब दक्षिण अंडमान सागर पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।