गाजा युद्ध पर मुस्लिम देशों का सगा बनने की कोशिश में लगा चीन, इजरायल के खिलाफ खुलकर आया सऊदी अरब

बीजिंग: गाजा में चल रहे युद्ध के बीच मुस्लिम और अरब देशों के नेता चीन के दौरे पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि 20 अरब देशों के नेताओं ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मुलाकात की है। इन सभी नेताओं ने गाजा में तत्‍काल सीजफायर लागू करने की मांग की है। यही नहीं चीन से सकारात्‍मक संकेत मिलने के बाद सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने सोमवार को खुलकर इजरायल के खिलाफ बयान दिया है। सऊदी मंत्री ने कहा कि अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय को इजरायल को रोकने के लिए अपनी जिम्‍मेदारी का निर्वहन करना चाहिए। वहीं चीन ने मुस्लिम देशों को अपने पाले में लाने के लिए नई चाल चल दी है।

सऊदी विदेश मंत्री और अन्‍य नेताओं ने संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के स्‍थायी सदस्‍य देशों के यहां का दौरा शुरू किया है ताकि इजरायल पर सीजफायर के लिए दबाव डाला जा सके। साथ ही गाजा के अंदर मानवीय सहायता को पहुंचने दिया जाए। सऊदी मंत्री ने चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान कहा, ‘हम यहां पर एक स्‍पष्‍ट संदेश देने के लिए आए हैं। यह संदेश है कि हमें तत्‍काल लड़ाई और हत्‍याओं को रोकना होगा। हमें आवश्‍यक रूप से गाजा के अंदर मानवीय मदद को पहुंचाना होगा।’

मुस्लिम देशों को साधने में जुटा चीन

प्रिंस फैसल ने कहा क‍ि हम चाहते हैं कि चीन और अन्‍य देश युद्ध को खत्‍म करने के लिए हालात की गंभीरता को समझें। उन्‍होंने कहा कि गाजा में खतरनाक लड़ाई को रोकने के लिए गंभीर अंतरराष्‍ट्रीय ऐक्‍शन की जरूरत है। इस लड़ाई में अब तक 12 हजार से ज्‍यादा लोग मारे जा चुके हैं। सऊदी अरब की इस मांग पर चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश पश्चिम एशिया में शांति की बहाली के लिए काम करने का इच्‍छुक है। वांग यी ने कहा कि हमें गाजा में हालात को तेजी से सामान्‍य करने के लिए साथ मिलकर काम करना होगा ताकि शांति की इलाके में बहाली की जा सके।

चीनी विदेश मंत्री मुस्लिम देशों का सगा बनने की कोशिश के तहत कहा कि उनका देश अरब और मुस्लिम देशों का अच्‍छा मित्र और भाई की तरह से हमेशा रहा है। यही नहीं चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि चीन ने हमेशा से ही फलस्‍तीनी लोगों की न्‍यायोचित मांग का समर्थन किया है ताक‍ि उनके वैधानिक राष्‍ट्रीय अधिकार और हित बहाल किए जा सकें। उन्‍होंने वैश्विक समुदाय से मांग की कि गाजा में मानवीय त्रासदी को रोका जाए। गाजा के हालात पूरी दुनिया को प्रभावित करते हैं।

अमेरिका संग तनाव तो चीन को मिला मौका

चीन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका के साथ मुस्लिम देशों का तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। चीन ने ब्रिक्‍स के जरिए खाड़ी के देशों के साथ अपने रिश्‍ते मजबूत करना शुरू कर दिया है। चीन ने ही ईरान और सऊदी अरब जैसे दो धुर विरोधी देशों के बीच डील कराई थी। अब ड्रैगन गाजा युद्ध का फायदा उठाने की कोशिश में लग गया है ताकि चीन के प्रभाव को खाड़ी देशों में और मजबूत किया जा सके। खाड़ी देश ऊर्जा स्रोतों से भरे हुए हैं और परंपरगत रूप से अमेरिका के प्रभाव में रहे हैं। चीन इसी को खत्‍म करने की कोशिश में जुट गया है।

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