गाजियाबाद । यति नरसिंहानंद सरस्वती के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए विवादित बयान से बिगड़ा माहौल अभी संभलता नहीं दिख रहा है। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। हालांकि, कैला भट्टा में कुछ लोगों ने यति नरसिंहानंद का पुतला जलाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने इसे नाकाम कर दिया और पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद से शहर में विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। 4 अक्टूबर की रात डासना देवी मंदिर के बाहर पथराव के बाद पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी थी। शुक्रवार को जुमे और रामनवमी का पर्व होने के चलते विशेष सतर्कता बरती गई। नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित कैला भट्टा में कुछ युवकों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि युवक यति नरसिंहानंद का पुतला जलाने के लिए गली में निकले थे, लेकिन पीएसी चौक पर तैनात पुलिस बल को समय पर इसकी सूचना मिल गई। इसके बाद पांच युवकों को हिरासत में ले लिया गया।
एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी का कहना है कि कुछ लोगों ने शांति व्यवस्था को भंग करने की साजिश रची थी। साजिशकर्ताओं की पहचान कर हिरासत में लिया जा रहा है। हिरासत में लिए गए युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
दो दिनों तक सतर्कता बरती जाएगी
समुदाय विशेष वाले इलाकों में पुलिस, आरआरएफ और पीएसी के जवानों समेत भारी फोर्स तैनात रहा। फोर्स को माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया गया। अप्रिय घटना की सूचना पर एक्शन के लिए 251 क्यूआरटी टीमों को कमिश्नरेट भर में भ्रमणशील किया गया। साथ ही, खुफिया विभाग को अलर्ट किया गया था। इसका नतीजा यह रहा कि सभी जगह जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। साथ ही, लोगों ने शांतिपूर्वक रामनवमी का पर्व मनाया।
पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र का कहना है कि पूरे कमिश्नरेट में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अता की गई। दशहरा पर्व और दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन को लेकर आगामी दो दिनों तक विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
सीमाओं से लेकर गली और मोहल्लों तक कड़ी चौकसी
यति के बयान को लेकर बवाल के बीच जुमे की नमाज और रामनवमी को लेकर बॉर्डर से गली-मोहल्लों तक चौकसी रही। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस ने ड्रोन से निगरानी रखी गई। दिनभर अधिकारी इलाकों में घूमकर जायजा लेते रहे। इससे शांति व्यवस्था बनी रही। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर क्यूआरटी, लैपर्ड, पीसी और पीआरवी सुबह से ही क्षेत्र में भ्रमणशील थीं। सार्वजनिक छुट्टी के चलते सभी कार्यालय बंद रहे और जिले के सभी पुलिसकर्मी सड़कों पर मुस्तैद दिखे।