ग्वालियर। पिछले सप्ताह शहर में हुई अतिवर्षा जैसे हालात अगले 24 घंटे में फिर बन सकते हैं, क्योंकि गत 11-12 सितंबर को जैसे तीव्र कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से शहर को तेज वर्षा का सामना करना पड़ा था, ठीक वैसे ही सिस्टम का प्रभाव आज शाम से फिर शुरू हो जाएगा। इसके चलते शाम को जहां हल्की से मध्यम वर्षा होगी, तो वहीं बुधवार सुबह से ही तेज वर्षा का दौर शुरू हो जाएगा। इस दौरान पूरे दिन भारी वर्षा का दौर चलने की संभावना है। इस सिस्टम का आंशिक प्रभाव 19 सितंबर को भी शहर पर रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना अति तीव्र कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ता हुआ झारखंड के धनबाद के ऊपर पहुंच चुका है। मंगलवार को यह तीव्र कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर उत्तरी छत्तीसगढ़ तक पहुंचेगा।
इसका प्रभाव पूर्वी मध्यप्रदेश से होते हुए पश्चिमी मध्यप्रदेश तक होगा। इसके अलावा मानसून ट्रफ अमृतसर, रोहतक, शाहजहांपुर, लखनऊ, डाल्टनगंज, गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड पर मौजूद अति तीव्र कम दबाव क्षेत्र के केंद्र से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मंगलवार से तेज वर्षा का दौर शुरू होने की संभावना है।
34 डिसे के करीब पहुंचा पारा
शहर में मानसून ब्रेक के कारण लगातार तीसरे दिन पारे में उछाल दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचता नजर आया। इसके चलते वातावरण में हल्की उमस मौजूद रही। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान 0.3 डिसे की बढ़त के साथ 33.8 डिसे दर्ज किया गया।
यह औसत से 0.1 डिसे अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 0.1 डिसे की बढ़त के साथ 25.2 डिसे दर्ज किया गया। यह भी औसत से 0.1 डिसे अधिक है। वहीं सुबह के समय हवा में नमी 80 प्रतिशत और शाम के समय 70 प्रतिशत दर्ज की गई।
अलर्ट पर प्रशासन व नगर निगम, जुटाए संसाधन
गत सप्ताह शहर में हुई वर्षा के चलते अभी तक जनजीवन पटरी पर नहीं आ सका है। अब भी शहर के उपनगर ग्वालियर के आनंद नगर, शील नगर, सदाशिव नगर आदि इलाकों में जलजमाव की स्थिति है। कमोबेश यही हालात ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के हैं।
यहां आदित्यपुरम, दीनदयाल नगर के कुछ हिस्सों में अब भी पानी भरा हुआ है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई इलाकों में वर्षा के पानी के चलते बहुत नुकसान हुआ है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम का अमला अलर्ट पर है।
निगमायुक्त अमन वैष्णव के अनुसार 18 सितंबर से तेज वर्षा की संभावना के चलते जहां फायर ब्रिगेड के अमले को अलर्ट पर रखा गया है, तो वहीं पानी की निकासी के लिए मड पंपों की संख्या भी छह से बढ़ाकर आठ की गई है। इसके अलावा भी संसाधनों में बढ़ोतरी की जा रही है।