बहराइच में पकड़ा गया पांचवां आदमखोर भेड़िया, छठे भेड़िये की तलाश जारी

उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दो महीनों से आतंक मचाने वाला पांचवां भेड़िया भी पकड़ा गया है. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने थोड़ी राहत की सांस ली है. हालांकि अब भी एक भेड़िया हाथ नहीं आ पाया है. छठे भेड़िये की तलाश की जा रही है. जिसकी वजह से यहाँ के लोगों के सिर पर अब भी आदमखोर भेड़िये का खतरा मंडरा रहा है. अब तक वन विभाग ने पांच भेड़िये पकड़ लिए हैं. 

भेड़ियों के आतंक के बीच वन विभाग की टीम लगातार कई दिनों से भेड़ियों की तलाश में जुटी हुई है. कई जगहों पर पिंजरे लगाए गए हैं वहीं पूरे इलाके पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जा रही है. सोमवार को भेड़िये ने एक बकरी को अपना शिकार बनाया था, जिसके बाद से वन विभाग की टीम एक्टिव हो गई थी. वन विभाग ने पांचवें भेड़िये को सिसैया चूणामणि हरबक्शपुरवा गांव से उसे पकड़ लिया.  

पांचवां भेड़िया पकड़ा गया 
बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ‘पांचवा भेड़िया पकड़ा गया है. 5 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है. एक भेड़िया बचा है और उसको भी हम जल्दी ही पकड़ लेंगे. उन्होंने कहा कि जब हमारा सही टाइम आएगा और उसका खराब टाइम होगा तो हम छठे भेड़िये को भी पकड़ लेंगे. प्रयास तो हम सौ फीसद रोजाना कर रहे हैं. हमारी टीम दिन-रात काम में लगी हुई है.

उन्होंने कहा कि ये पहले ऑपरेशन था कि उसे पकड़ने में ड्रोन की मदद नहीं ली गई. क्योंकि ड्रोन को देखकर वो भाग जाता था. करीब एक या डेढ़ घंटे में इस भेड़िया को पकड़ा गया. इसे बिना ड्रोन की मदद से पकड़ा गया है क्योंकि ड्रोन देखकर भेड़िया भाग जाते थे..अभी एक भेड़िया बचा है उससे भी पकड़ने का प्रयास जारी है. दूसरा भेड़िया भी दिखाई दिया था लेकिन वो बच निकला है. जो भेड़िया पकड़ा गया है वो लंगड़ा नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अभी हमारा ऑपरेशन चल रहा है. हो सकता है दूसरा भी आज ही पकड़ा जाए.   

ऐसे पकड़ में आया आदमखोर
मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने पांचवें भेड़िये के पकड़े जाने पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि ये बड़ी सफलता है. चार भेड़ियों को पहले पकड़ा जा चुका था. आज पांचवें को भी पकड़ लिया गया है. अब तक पांच भेड़िए को पकड़ा जा चुका है. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि कल हमें जानकारी मिली थी कि इसी भेड़िए ने एक बकरी को पकड़ा था. जिसके बाद हम इसके पैरों के निशान का ट्रेस करते हुए इसकी तलाश की. जिसके बाद हमने सुबह इसे ट्रेक कर पकड़ा.

इस बार हमने भेड़ियों को ट्रैक करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया लेकिन बाद में इसे रोक दिया. क्योंकि भेड़िए काफी होशियार हो गए थे जब भी हमारा ड्रोन इनके पास जाता था ये हरकत में आ जाते थे और भाग जाते थे. इस बार हमने इनके पैरों के निशान के साथ इन्हें ट्रैक किया फिर इसे पकड़ा. एक और भेड़िया बचा है हम कोशिश कर रहे हैं कि उसे भी जल्द पकड़ा जाए. उन्होंने कहा कि इस भेड़िये को किसी चिड़ियाघर में भेजा जाएगा.

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