पश्चिम बंगाल में कोलकाता रेप केस को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपनी ही पार्टी के नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। टीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद से उन्हें मनाने की कोशिश जारी है। खुद सीएम ममता बनर्जी ने उनसे संपर्क साधा है। ममता बनर्जी ने उन्हें इस्तीफे पर विचार करने को कहा है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत को लेकर आधिकारियों तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। जवाहर सरकार ने कोलकाता जूनियर रेप-मर्डर मामले में ममता सरकार के रवैये से नाराज होकर इस्तीफा दिया था।
सीएम ममता ने जवाहर सरकार को किया फोन
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ममता बनर्जी ने जवाहर सरकार को फोन किया है। ममता ने उनसे अपने इस्तीफे पर दोबार विचार करने को कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक जवाहर सरकार 11 सितंबर को दिल्ली पहुंच रहे हैं। वह राज्यसभा सचिवालय को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। बता दें कि जवाहर सरकार कोलकाता के आरजी हॉस्पीटल में जूनियर डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले को लेकर ममता सरकार से नाराज हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी।
ममता बनर्जी को लिखा था पत्र
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर हॉस्पीटल में हुई घटना को लेकर जवाहर सरकार ने रविवार को ममता बनर्जी को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने राजनीति और अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ने की बात कही थी। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार की ओर से जो कदम उठाए गए वो काफी देर से उठाए गए थे। मामला जितना गंभीर था उसके हिसाब से जरूरी कदम भी नहीं उठाए गए।
पत्र में उन्होंने कहा कि मैंने सार्वजनिक तौर पर इसे लेकर कहा था कि पार्टी और (राज्य) सरकार को भ्रष्टाचार से निपटना चाहिए, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे ही घेर लिया। मैंने तब इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि मुझे उम्मीद थी कि आप (ममता बनर्जी) ‘कट मनी’ और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना सार्वजनिक अभियान जारी रखेंगी, जिसे आपने एक साल पहले शुरू किया था।’