भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े अभ्यास ‘तरंग-शक्ति’ के 11वें दिन (सोमवार को) देश की तीनों सेनाओं (जल-थल-वायु) के वाइस चीफ ने तेजस में उड़ान भरी। उन्होंने तेजस की खूबियां परखी, साथ ही इसे चलाने की बारीकियों को समझा। तीनों वाइस चीफ ने करीब 45 मिनट तक आसमान में गरजते तेजस में उड़ान भरी।
उड़ान के बाद आर्मी के वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने बताया- तेजस से हमारा देश आत्मनिर्भर हुआ है। मेरा मानना है कि दुनिया के किसी भी एयरक्राफ्ट से तेजस कम नहीं है। इसकी हैंडलिंग कैपेबिलिटी शानदार है।
पहली बार तीनों सेनाओं के वाइस चीफ एक साथ आए
सोमवार को हुई प्रैक्टिस में एयरफोर्स के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह, नेवी के वाइस चीफ कृष्णा स्वामीनाथन और आर्मी के वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि जोधपुर एयरबेस पहुंचे। इसके बाद तीनों ने लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी। एयरफोर्स के एयर मार्शल एपी सिंह ने सिंगल-सीटर एलसीए तेजस लड़ाकू विमान उड़ाया। जबकि नेवी और आर्मी के वाइस चीफ ने एलसीए तेजस के ट्विन-सीटर ट्रेनर वर्जन में पायलट संग उड़ान भरी। यह पहली बार है जब तीनों सेनाओं ने वाइस चीफ एक साथ मौजूद रहे।
8 देशों के एयरफोर्स चीफ तेजस उड़ाएंगे
12 सितंबर को इस एक्सरसाइज में हिस्सा ले रहे भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ग्रीस, श्रीलंका, यूएई और जापान के एयर चीफ मार्शल जोधपुर पहुंचेंगे। इस दौरान सभी एयरफोर्स चीफ तेजस और सुखोई में उड़ान भरेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी 12 सितंबर को जोधपुर आ सकते है।
2 दिन पहले हुआ ओपन-डे शो
इससे पहले 7 सितंबर को तरंग-शक्ति अभ्यास में ओपन-डे शो हुआ। आसमान में भारतीय लड़ाकू विमान सुखोई-30, तेजस और हेलिकॉप्टर प्रचंड ने करतब दिखाए। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमान ने आसमान में तिरंगा बनाया और दर्शकों को रोमांचित किया। इंडियन एयरफोर्स की एयर वॉरियर ड्रिल टीम के 28 मेंबर ने हाथ में राइफल लेकर म्यूजिक पर परफॉर्मेंस दी। इस दौरान उन्होंने राइफल से करतब दिखाते हुए डिफरेंट फॉर्मेशन बनाई। एयर वॉरियर ड्रिल टीम (AWDT) सुब्रतो इंडियन एयरफोर्स की इवेंट टीम है।
इससे पहले एयरफोर्स स्टेशन पर भारत सहित 24 देशों के 400 जवानों ने सामूहिक योग किया। एयरफोर्स स्टेशन पर हरक्यूलिस सी-130 विमान के सामने यूएई, सिंगापुर, ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका और श्रीलंका के जवानों ने प्राणायाम और आसन किए।
हेलिकॉप्टर प्रचंड ने दिखाई ताकत, सूर्यकिरण ने बनाई फॉर्मेशन
ओपन-डे शो की शुरुआत में अग्निवीर वायु की महिला जवानों ने प्रस्तुति दी। सबसे पहले ‘आरंभ है प्रचंड है…’ गाने की धुन पर लाइट कॉम्बेट हैलिकॉप्टर प्रचंड ने एंट्री की। प्रचंड ने 10 मिनट तक हवा में कलाबाजियां करते हुए करतब दिखाएं। प्रचंड ने 15 मिनट तक दर्शकों के राइट, लेफ्ट और फ्रंट साइड से एंट्री कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। फ्रंट से आकर सशक्त मैन्युअर में परफॉर्म किया। हवा में एक जगह पर खुद को रोककर जैसे ही बैक चलने लगा। दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई।
रिवर्स मूवमेंट में चलने के बाद रेजर मैन्युअर में सीधे नीचे की ओर अपनी नोज को रखते हुए प्रदर्शन किया। विंग ऑवर मैन्युअर में एंट्री ली। प्रचंड ऐसा हेलिकॉप्टर है जो 20 एमएम कैलिबर गन को आगे और 70 एमएम कैलिबर के रॉकेट,एयर टू एयर व एयर टू ग्राउंड मिसाइल को कैरी करता है। यह दुनिया के हैलिकॉप्टर में अपनी अलग पहचान रखता है।
तेजस ने 200 मीटर की ऊंचाई पर किए करतब
स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस ने करीब 10 मिनट तक आसमान में करतब दिखाए। लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट तेजस ने तेज गर्जना के साथ एंट्री ली। सिग्नेचर मैन्युअर में आया और गोल घूमता हुआ आगे बढ़ा। करीब 10 मिनट तक तेजस ने आसमान में अलग-अलग मैन्युअर करते हुए आसमान को चीरते हुए लो लेवल 200 मीटर की ऊंचाई पर करतब दिखाए। 120 नोट्स की स्पीड से राइट साइड से आकर लेफ्ट की ओर गया और फिर स्पाइडर मैन मैन्युअर में वापस लौटकर लैंड किया।
सूर्यकिरण के हॉक्स विमानों ने बनाया तिरंगा
तेजस के बाद सूर्यकिरण के 9 हॉक्स ने उड़ान भरी। लाल रंग के हॉक्स विमानों को देखकर दर्शकों ने तालियां बजाई। तीन-तीन के सेट में एक के बाद एक तीन उड़ान भरते हुए तिरंगा बनाया। सूर्यकिरण के 9 हॉक्स विमानों ने यूथ को डेडिकेट करते हुए ‘Y’ फॉर्मेशन बनाई। इसके बाद सुखोई-30 एमकेआई ने रन-वे से जैसे ही उड़ान भरी दर्शक रोमांचित हो उठे। सुखोई दर्शकों के ऊपर से उड़ा और वापस लौटते हुए भी लोगों के पास से ही गुजरा। सुखोई 92 रोल आउट घूमा और लेफ्ट से वापस एंट्री करते हुए लूप टनल योक मैन्युअर प्रजेंट करते हुए हाई स्पीड रन किया। डी 90 टर्न लेते हुए मल्टीपल रोल्स लेते हुए फिर एंट्री की। 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फ्लाई पास्ट किया और एकदम से दर्शकों के सामने आकर स्पीड कम की।