ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर के आईसीयू अग्निकांड मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि शिफ्टिंग के दौरान दो और मरीज के मौत की हो गई। इस घटना में कांग्रेस नेता समेत कुल तीन मरीजों ने दम तोड़ दिया। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि शिफ्टिंग के दौरान उनके अपनों की जान चली गई।
दरअसल, मंगलवार की सुबह ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर के आईसीयू में आग लग गई थी। शॉर्ट सर्किट के चलते लगी आग के बाद ICU के अंदर अफरा तफरी मच गई। जिस वक्त आग लगी उस दौरान 10 गंभीर पेशेंट वहां भर्ती थे। जिसमें 6 वेंटिलेटर और 4 ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। आईसीयू के अंदर मौजूद डॉक्टर और मरीजों के अटेंडर ने मिलकर भर्ती गंभीर पेशेंट को आईसीयू के बाहर निकाला। साथ ही आईसीयू के अंदर मौजूद फायर एस्टिनगुर से आग बुझाया गया।
फायर फाइटिंग सिस्टम ही नहीं,
जयारोग्य अस्पताल में स्थित ट्रामा सेंटर आईसीयू अग्निकांड मामले ने सिस्टम की पोल खोल दी। बताया जा रहा है कि जयारोग्य हॉस्पिटल समूह की चार यूनिट में फायर फाइटिंग सिस्टम ही नहीं है। साल 2022 में फायर ऑडिट के दौरान खामियां निकली थी 2023 में सशर्त फायर एनओसी भी खत्म हो चुकी थी।
जयारोग्य अस्पताल के फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए फायर कंसलटेंसी एंड सर्विस इंजीनियर ने लगभग 4 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया था। 25 नवंबर 2022 को तत्कालीन अधीक्षक ने तैयार किए गए प्रस्ताव को डीएमई को भेजा था। कई रिमाइंडर भेजने के बावजूद राशि स्वीकृत नहीं की गई। 4 करोड़ की राशि का प्रस्ताव पिछले 2 साल से अटका था। 4 करोड़ की राशि से जयारोग्य अस्पताल समूह के केआरएच, न्यूरोलॉजी, ट्रॉमा सेंटर और कार्डियोलॉजी में फायर हाइड्रेंट सिस्टम और स्प्रिंकलर सिस्टम लगना प्रस्तावित है।
शिफ्टिंग के दौरान कांग्रेस नेता आजाद खान समेत कुल तीन मरीजों की मौत होना बताया जा रहा है। मृतकों के परिजनों का कहना है कि आगजनी के दौरान ऑक्सीजन न मिलने के चलते उनके मरीज की मौत हुई है।
इनकी हुई मौत
शिवपुरी के 63 वर्षीय कांग्रेस नेता आजाद खान
अंबाह की 55 वर्षीय रजनी राठौर
छतरपुर के 32 वर्षीय बाबू पाल