तेहरान: ईरान में हमास के नेता इस्माइल हानिया की मिसाइल हमले में मौत के बाद पश्चिम एशिया में हालात बहुत तनावपूर्ण हो गया है। ईरान के नए राष्ट्रपति और वहां के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने इस हत्याकांड के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। ईरानी मीडिया के मुताबिक हमास चीफ ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। रात को दो बजे इस्माइल हानिया जहां पर सो रहे थे, वहां मिसाइल हमला किया गया। इस हमले में इस्माइल हानिया की मौत हो गई। इस्माइल हानिया की मौत से ईरान आगबबूला हो गया है और उसने बदला लेने का ऐलान किया है। वहीं अमेरिका ने भी ऐलान किया है कि अगर इजरायल पर खतरा होता है तो वह तेलअवीव को रक्षा करने में पूरी मदद करेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल बड़े प्लान पर काम कर रहा है और उसका इरादा है कि गाजा युद्ध को और फैलाया जाए और इस लड़ाई को हमास और हिज्बुल्ला की बजाय सीधे ईरान के साथ की जाए। इससे अमेरिका भी मैदान में आएगा। आइए समझते हैं पूरा मामला…
पश्चिम एशिया मामलों के विशेषज्ञ कमर आगा ने बातचीत में कहा कि इजरायल चाहता है कि यह गाजा युद्ध पूरे इलाके में फैल जाए लेकिन ऐसा लगता है कि न तो अमेरिका और न ही ईरान चाहता है कि ऐसा हो। हिज्बुल्ला भी नहीं चाहता है कि गाजा युद्ध पूरे इलाके में फैले। आगा ने कहा कि इस्माइल हानिया की हत्या भी इजरायली कार्रवाई की एक कड़ी है। उन्होंने कहा कि अब ईरान इसको लेकर क्या कदम उठाता है, इस पर सबकी नजरें रहेंगी। आगा ने कहा कि काफी दिनों से इजरायल इस्माइल हानिया के पीछे पड़ा हुआ था। हानिया के पूरे परिवार को इजरायल ने मार दिया है। आगा ने कहा कि अगर ईरान ने जवाबी कार्रवाई नहीं की तो हूती और हिज्बुल्ला कार्रवाई कर सकते हैं।
इजरायल का क्या है प्लान?
कमर आगा ने कहा कि इजरायल हमास के साथ गाजा में बहुत बुरी तरह से फंस गया है। इससे अब उसको बाहर निकलने के लिए एक ही रास्ता दिख रहा है कि गाजा युद्ध को फैला दो ताकि सीधे ईरान से लड़ाई हो। साथ अमेरिका के पास इजरायल के समर्थन में आने के अलावा और कोई रास्ता ही नहीं बचे। यही बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की रणनीति है। इजरायल का मानना है कि जब तक ईरान कमजोर नहीं होगा तब तक हिज्बुल्ला, हूती और हमास को मदद मिलना बंद नहीं होगा। अगर ईरानी मदद बंद होती है तो इजरायल को हमास, हिज्बुल्ला और हूतियों से लड़ना आसान हो जाएगा। इजरायल का कहना है कि ‘सांप का सिर’ ईरान में है।
ईरान संग युद्ध हुआ तो दुनिया में आएगी आर्थिक मंदी
आगा ने बताया कि इजरायली पीएम ने अमेरिका का दौरा भी ईरान को लेकर ही किया था। नेतन्याहू चाहते थे कि अमेरिका ईरान के खिलाफ कार्रवाई के लिए सपोर्ट करे। अमेरिका और ईरान के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत यमन में चल रही है लेकिन अमेरिका की नीतियों में बहुत दोहरापन होता है। अमेरिका कहता कुछ है और करता कुछ है। अगर इजरायल और ईरान के बीच युद्ध होता है तो बहुत भयानक होगा। अमेरिका ने अभी यही कह रहा है कि वह युद्ध नहीं चाहता है। वह ईरान से भी यही कहता रहा है। इजरायल ने गोलान हाइट पर हमले के बाद लेबनान में हिज्बुल्ला के टॉप कमांडर को मारने का दावा किया है। अब हिज्बुल्ला क्या जवाब देगा इस पर भी नजरें रहेंगी। आगा ने कहा कि अगर इजरायल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ता है तो इससे तेल के दाम बढ़ जाएंगे। इससे अमेरिका समेत पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी आ सकती है। यही नहीं तेल के दाम बढ़ने का भारत पर भी बुरा असर पड़ेगा। भारत रूस के बाद सबसे ज्यादा तेल खाड़ी देशों से मंगाता है।