भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। विधानसभा चुनाव के लिए एक ही फेज में राज्य की 230 सीटों पर वोटिंग होनी है। यहां 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। जैसे-जैसे प्रचार अभियान तेज हो रहा है नेता एक दूसरे के खिलाफ हमले तेज कर रहे हैं। वहीं, जनता की खमोशी नेताओं की बेचैनी बढ़ा रही है। हम आपको मध्यप्रदेश की 10 ऐसी विधानसभा सीटों के बारे में बता रहे हैं जहां मुकाबला बेहद रोचक है। इन सीटों पर दिग्गजों की किस्मत दाव पर हैं लेकिन जनता को फैसला चौंकाने वाला रिजल्ट दे सकता है।
इंदौर-1
इंदौर-1 से बीजेपी ने इस बार कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव मैदान में उतारा है। कैलाश विजयवर्गीय उन नेताओं में शामिल हैं जो कभी चुनाव नहीं हारे हैं। कैलाश विजयवर्गीय का मुकाबला मौजूदा विधायक संजय शुक्ला से है। संजय शुक्ला और कैलाश विजयवर्गीय के कारण इस सीट पर कांटे की टक्कर है।
सेमारिया विधानसभा सीट
सेमारिया विधानसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा विधायक केपी त्रिपाठी को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने अभय मिश्रा को। अभय मिश्रा चुनाव से पहले दो बार पार्टी बदलकर कांग्रेस में पहुंचे हैं। सेमारिया सीट में ब्राह्मण वोटर्स की आबादी अधिक है। दोनों पार्टियों से ब्राह्मण उम्मीदवार होने के कारण यहां मुकाबला रोचक हो गया है।
हॉटपिपल्या
देवास जिले की हाटपिपल्या विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर है। यहां से बीजेपी ने सिंधिया समर्थक नेता मनोज चौधरी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, कांग्रेस ने राजवीर सिंह बघेल को उम्मीदवार बनाया है।
राऊ विधानसभा सीट
इंदौर की राऊ विधानसभा सीट में भी इस बार कांटे की टक्कर है। इस सीट को कांग्रेस के युवा नेता जीतू पटवारी का गढ़ माना जाता है। इस बार बीजेपी ने यहां से मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। मधु वर्मा और जीतू पटवारी के बीच 2018 में भी रोचक मुकाबला हुआ था। इस बार यहां कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है।
सतना
सतना विधानसभा सीट से बीजेपी ने इस बार मौजूदा सांसद गणेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। गणेश सिंह चार बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। गणेश सिंह का मुकाबला यहां कांग्रेस के मौजूदा विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा से है। बीजेपी के बागी शिवा के कारण यहां मुकाबला रोचक हो गया है। शिवा चतुर्वेदी के बसपा से चुनाव लड़ने के बाद ब्राह्मण वोटर्स से झटकने का डर है।
सुरखी विधानसभा
सुरखी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने बीजेपी में आए और बीजेपी से कांग्रेस में गए नेताओं के बीच मुकाबला है। बीजेपी ने यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक नेता गोविंद सिंह राजपूत को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने नीरज शर्मा को टिकट दिया है।
बदनावर
धार जिले की यह विधानसभा सीट रोचक मुकाबले में आ गई है। बीजेपी ने यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया खास और राज्य सरकार के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी के बागी नेता और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत को टिकट दिया है। इससे पहले दो चुनावों में ये दोनों नेता एक दूसरे को एक-एक बार चुनाव हारा चुके हैं।
सिंहावल
सीधी जिले की सिंहावल विधानसभा सीट में गजब की फाइट देखने को मिल रही है। यहां से कांग्रेस ने सीनियर नेता और ओबीसी के बड़े चेहरे कमलेश्वर पटेल को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने जमीनी नेता विश्वामित्र पाठक को उम्मीदवार बनाया है। इन दोनों के बीच कांटे की टक्कर है।
आलोट विधानसभा सीट
रतलाम जिले की आलोट विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागी ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। आलोट से प्रेमचंद गुड्डू के चुनाव लड़ने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। कांग्रेस ने यहां से मनोज चावला को टिकट दिया है जबकि बीजेपी ने यहां से चिंतामणि मालवीय को उम्मीदवार बनाया है।
बिजावर विधानसभा सीट
छतरपुर जिले की बिजावर विधानसभा सीट पर भी मुकाबला कांटे का है। यहां से कांग्रेस ने यहां से चरण सिंह यादव को टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी ने राजेश बबलू शुक्ला को टिकट दिया है। बबलू शुक्ला 2018 में सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे।