कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के 13 दिन बाद आखिरकार रामनिवास रावत को विभाग मिल ही गया। रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण विभाग का मंत्री बनाया गया है। अब तक यह विभाग नागर सिंह चौहान के पास में था। नगर सिंह चौहान को अनुसूचित जाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है।
आपको बता दें कि रामनिवास रावत ने 8 जुलाई 2024 को राजभवन में आयोजित शपथ कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी। उसी के तत्काल बाद उन्हें मंत्रालय में कार्यालय के लिए कमरा मिल गया था, लेकिन अब तक उन्हें विभाग नहीं मिला था। रविवार को उन्हें विभाग भी मिल गया। नागर सिंह चौहान जो कि अब तक वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री थे, उनका विभाग बदल गया है। उन्हें अनुसूचित जाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है।
नागर सिंह चौहान की पत्नी हैं सांसद
गौरतलब है कि नागर सिंह चौहान की पत्नी अनीता चौहान हाल में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद के तौर पर चुनी गई हैं। वह झाबुआ रतलाम लोकसभा सीट से सांसद बनी हैं। यही कारण है कि नागर सिंह चौहान के विभाग में कटौती करके उन्हें अपेक्षाकृत कम प्रभावशाली विभाग दिया गया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि भाजपा में एक व्यक्ति एक पद के आधार पर यह निर्णय लिया गया है। इसी कारण नागर सिंह चौहान को अपेक्षाकृत कम प्रभावशाली विभाग दिया गया है। वहीं रामनिवास रावत के कद में बढ़ोतरी करते हुए उन्हें वन और पर्यावरण जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है।
रामनिवास रावत को मिला विभाग
गौरतलब है कि शिवपुरी जिले के विजयपुर सीट से 2023 की विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से जीते रामनिवास रावत लगातार छह बार के विधायक हैं। पिछले दिनों हुए लोकसभा चुनाव के दौरान रामनिवास रावत ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी, लेकिन उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था। 8 जुलाई को रामनिवास रावत ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और विजयपुर सीट रिक्त घोषित हो गई। इसके बाद रामनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली और अब उन्हें वन एवं पर्यावरण विभाग का मंत्री बनाया गया है।