पिछले दिनों सुरक्षा बलों ने जम्मू संभाग के कठुआ में दो आतंकवादियों को मार गिराया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन आतंकियों को कथित तौर पर गाइड करने वाले दो लोगों को डिटेन किया है। डिटेन किए गए लोगों पर आरोप है कि उन्होंने दोनों आतंकवादियों को कठुआ जिले की हीरानगर तहसील के शेरपुर गांव में रहने वाले एक व्यक्ति (आतंकवादियों का कथित सहयोगी) के घर पहुंचने में मदद की थी।
शेरपुर गांव में रहने वाले इस व्यक्ति के घर रहने के बाद आतंकवादी सैदा गांव पहुंचे। सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इन दोनों आतंकियों को इसलिए पकड़ा जा सका क्योंकि एक गाइड जो इनकी मदद करने के लिए आने वाला था, वह नहीं आया और उसके न होने पर ये दोनों रास्ता भटक गए। सैदा गांव में 11 और 12 जून को एनकाउंटर के दौरान सुरक्षा बलों ने इन दोनों को मार गिराया, यहां सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ।
डिटेन किए गए बाथल चक गांव के व्यक्ति ने पूछताछ में सुरक्षाबलों से दावा किया कि संयोगवश उनकी मुलाकात आतंकवादियों से हुई थी और पूछने पर उन्होंने आतंकवादियों के सहयोगी के घर का रास्ता बताया। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस और सुरक्षाबल डिटेन किए गए दोनों व्यक्तियों के बयानों के वर्जन से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस की संतुष्ट न होने की वजह एक ये भी है कि इन दोनों लोगों ने आतंकवादियों के मारे जाने के बाद भी प्रशासन को घटनाक्रम के बारे में जानकारी नहीं दी।
पुलिस की तलाश अभी भी जारी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अभी भी उन्हें दो और लोगों की तलाश है। इनमें से एक के घर में आतंकवादी रात में रुके थे और दूसरा जो उन्हें उधमपुर के पहाड़ों पर लेकर जाने वाला था, जहां से वो डोडा जिले में या फिर कश्मीर घाटी में प्रवेश कर सकते थे।
सूत्रों का कहना है कि इंटरनेशल बॉर्डर क्रास कर हीरानगर सेक्टर में एंट्री करने के बाद डिटेन किए गए दोनों लोग उसे शेरपुर गांव में आतंकवादी के सहयोगी के घर लेकर गए। वहां वो दोनों रातभर रुके और फिर अगली सुबह वहां उन्हें एक गाइड से मिलना था, जो वहां नहीं आया। इसके बाद वो दोनों ही खुद उधमपुर जिले के जंगलों की तरफ आगे बढ़ गए।
सूत्रों ने बताया कि गाइड की गैर मौजूदगी में वो रास्ता भटक गए और सैदा गांव पहुंच गए, जहां उन्होंने पानी के लिए गांव वालों के दरवाजे खटखटाए। इन्हें देखने के बाद गांव वालों ने शोर मचा दिया और तुरंत सुरक्षाबलों को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने उन्हें घेर लिया। एनकाउंटर में दोनों आतंकवादी मारे गए।