दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है… अजरबैजान को मिले चीनी-PAK फाइटर जेट आकाश के मुकाबले कहां?

कहते हैं दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है. Armenia ने भारत से आकाश मिसाइल सिस्टम खरीदा. तो उसके दुश्मन Azerbaijan ने PAK में बने चीनी फाइटर जेट JF-17 ब्लॉक-3 खरीदने की डील की है. यह पाकिस्तान की अब तक की सबसे बड़ी रक्षा एक्सपोर्ट डील है. आइए जानते हैं कि भारत का आकाश मिसाइल सिस्टम क्या JF-17 को टक्कर दे पाएगा.

आर्मेनिया और अजरबैजान  दोनों एक दूसरे के दुश्मन हैं. दोनों में युद्ध होता रहता है. भारत के दुश्मन चीन और पाकिस्तान हैं. कई जंग हो चुकी है. आर्मेनिया ने भारत से आकाश सरफेस-टू-एयर मिसाइल  खरीदा तो अजरबैजान ने पाकिस्तान में बने चीनी फाइटर जेट JF-17 ब्लॉक 3 की डील कर ली. 

कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ अजरबैजान ने 1.6 बिलियन डॉलर्स यानी 13,261 करोड़ रुपए की डील की है. यह पाकिस्तान की अब तक की सबसे बड़ी रक्षा निर्यात डील है. अजरबैजान के पास सोवियत संघ के समय के MiG-29 और Su-25 हैं. इनकी क्षमता कम है. इससे पहले अजरबैजान ने इजरायल और तुर्की से ड्रोन लिए थे. 

अब जानते हैं इन दोनों हथियारों की ताकत… क्या दोनों एकदूसरे को टक्कर दे सकते हैं?

JF-13 Block III… 

यह सिंगल सीट वाला फाइटर जेट है. पहली उड़ान चीन के चेंगदू में 15 दिसंबर 2019 को हुई थी. इसमें AESA राडार, फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, इंफ्रारेड सर्च एंड ट्रैक सिस्टम, हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले एंड साइट, मिसाइल एप्रोच वॉर्निंग सिस्टम से लैस है. यह चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है. 

47 फीट लंबे इस फाइटर जेट की ऊंचाई 15 फीट है. यह एक मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है. पूरे हथियारों के साथ इसका अधिकतम टेकऑफ वजन 13,500 किलोग्राम होता है. इसमें 3000 लीटर फ्यूल होता है. इसके अलावा ड्रॉप टैंक भी लगाए जा सकते हैं. इसकी अधिकतम गति 1910 किलोमीटर प्रतिघंटा है. 

आमतौर पर 1359 km/hr की गति से उड़ान भरता है. कॉम्बैट रेंज 900 किलोमीटर है. ड्रॉप टैंक लगा दें तो यह 1741 किलोमीटर हो जाती है. इसमें 23 मिलिमीटर की एक ट्विन बैरल कैनन लगी है. इसके अलावा 8 हार्ड प्वाइंट्स हैं. यानी विंग टिप पर दो हथियार, चार विंग्स के नीचे, एक फ्यूसलेज के नीचे और एक चिन के नीचे. 

इसमें हवा से हवा में मार करने वाली छह तरह की मिसाइलें, हवा से सतह में मार करने वाली पांच तरह की मिसाइलें, पांच तरह की एंटी-शिप मिसाइलें, 6 तरह के अनगाइडेड बम और 12 तरह के गाइडेड बम लगाए जा सकते हैं. या फिर इन हथियारों का मिश्रण. 

Akash SAM…   

देश में इसके 3 वैरिएंट मौजूद हैं- पहला आकाश एमके- इसकी रेंज 30KM है. दूसरा आकाश एमके-2 – रेंज 40KM है. तीसरा आकाश-एनजी – रेंज 80KM है. आकाश-एनजी 20 km की ऊंचाई तक जाकर दुश्मन के विमान या मिसाइल को नष्ट कर सकती है. सबसे ज्यादा खतरनाक इसकी गति है. ये दुश्मन को बचने की तैयारी का मौका नहीं देता.

इसकी गति 2.5 मैक यानी 3087 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यानी एक सेंकेंड में करीब एक किलोमीटर की दूरी तय करता है. यह मिसाइल अजरबैजान-चीन-पाकिस्तान के JF-17 फाइटर जेट को उसकी गति से दोगुनी गति में मार कर गिरा सकता है. आकाश जमीन से हवा में मार करना वाली मिसाइल है. 

आकाश में डुअल पल्स सॉलिड रॉकेट मोटर है, जो इसकी गति को बढ़ाता है. इसकी रेंज 40 से 80 km है. साथ ही इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे मल्टी फंक्शन राडार लगा है जो एकसाथ कई दुश्मन मिसाइलों या विमानों को स्कैन कर सकता है. आकाश मिसाइल को मोबाइल प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है. 

आकाश मिसाइल के पुराने संस्करण साल 2009 से भारतीय सेनाओं को अपनी सेवा दे रहे हैं. आकाश-एनजी मिसाइल को T-72 या BMP चेसिस या टाटा मोटर्स के हैवी मोबिलिटी ट्रक्स पर बनाए गए मोबाइल लॉन्च सिस्टम से दागा जा सकता है. इस मिसाइल के मोबाइल लॉन्च सिस्टम के लिए गाड़िया टाटा मोटर्स और BEML-Tatra कंपनियां बनाती हैं.  

आकाश का कुल वजन 720 kg है. इसकी लंबाई 19 फीट और व्यास 1.16 फीट है. ये अपने साथ 60 kg वजन का हथियार ले जा सकता है. आकाश मिसाइल के पुराने संस्करण को पिछले साल चीन के साथ हुए सीमा विवाद के दौरान लद्दाख स्थित LAC पर भी तैनात किया गया था. इसके अलावा भारतीय वायुसेना ने आकाश मिसाइलों को ग्वालियर, जलपाईगुड़ी, तेजपुर, जोरहाट और पुणे बेस पर भी तैनात कर रखा है. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *