मुजफ्फरनगर: श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेज में बुर्के में मुस्लिम लड़कियों के कैटवाक के बाद अब मेहंदी लगवाने पर विवाद खड़ा हो गया है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो में हाथों में मेहंदी से श्रीराम लिखवाती श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेज की छात्राओं को मुस्लिम बताते हुए जमियत उलमा के पदाधिकारियों ने पुलिस से शिकायत की है। आरोप लगाया कि इससे धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। जमियत पदाधिकारियों ने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
जमियत उलमा जिला मुजफ्फरनगर के प्रतिनिधि मंडल ने एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत से मुलाकात कर शिकायती पत्र सौंपा। जिला संयोजक मौलाना मुकर्रम अली ने आरोप लगाया कि श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेज आए दिन ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करा रहा है, जिससे मुस्लिम भावनाओं को ठेस पहुंचती है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व बुर्के में लड़कियों से फैशन शो कराया गया था। इससे मुस्लिम समाज के लोगों की भावनाएं आहत हुईं। अब इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो से उन्हें पता चला है कि यहां मेहंदी प्रतियोगिता में मुस्लिम छात्राओं के हाथों पर श्रीराम लिखवाया गया है।
श्रीराम लिखवाने वाली छात्राएं हिंदू
उन्होंने कहा कि ये काम मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। इसलिए मामले की जांच कराकर कार्रवाई कराई जाए। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने मामले की जांच का आश्वासन दिया। श्रीराम कॉलेज में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष रवि गौतम ने बताया कि मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन बुधवार को कॉलेज में हुआ था। इसमें मुस्लिम लड़कियों के हाथों पर श्रीराम नहीं लिखवाया गया और न ही श्रीराम का चित्र बनवाया गया। जितनी भी छात्राओं ने अपने हाथ पर मेहंदी से श्रीराम लिखा, वह सभी हिंदू हैं। मुस्लिम लड़कियों के हाथों पर श्रीराम लिखवाने का आरोप बेबुनियाद है।