BJP ने नरोत्तम मिश्रा को दे दी बड़ी जिम्मेदारी, लेकिन शिवराज सिंह चौहान को क्या मिला?

मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने कके बाद से ही पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) चर्चा में हैं. अपने भावुक बयानों और बीजेपी के लगातार उन्हें साइडलाइन करने की वजह से… अब उनके राजनीतिक कैरियर को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं, तमाम तरह की अटकलें लग रही हैं. बीते दिन दिल्ली में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश को लेकर बड़ी बैठक बुलाई, जिसमें विधानसभा चुनाव हार गए नरोत्तम मिश्रा को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी देकर उनका कद बढ़ा दिया, लेकिन शिवराज सिंह चौहान को कुछ नहीं मिला.

माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव (Loksabha Chunav 2024) को देखते हुए बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन शिवराज एक बार फिर साइडलाइन होते दिख रहे हैं. बुधवार को सीहोर पहुंचे पूर्व सीएम शिवराज से जब पार्टी में उनकी भूमिका को लेकर सवाल किया गया तो उनका चौंकाने वाला जवाब सामने आया.

स्वच्छ तीर्थ अभियान के तहत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सीहोर के प्राचीन गणेश मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर परिसर में साफ-सफाई की. इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि उनकी क्या भूमिका रहेगी? इस पर जवाब देते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, मेरी वही भूमिका रहेगी.

शिवराज सिंह को नहीं मिली जिम्मेदारी

बीजेपी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. भाजपा ने लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में 146 क्लस्टर बनाए हैं. इसमें मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को 7 क्लस्टर में बांटा गया है. इन सात क्लस्टर के प्रभारी नियुक्त कर दिए गए. दिल्ली में बीजेपी की बड़ी बैठक में देश भर के बीजेपी के संगठन महामंत्री भी मौजूद रहे. मध्य प्रदेश से भाजपा संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा भी बैठक में मौजूद रहे. लेकिन इस बैठक में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान न तो नजर आए और न ही उन्हें कोई जिम्मेदारी दी गई है.

नरोत्तम को जिम्मेदारी, शिवराज को क्या…?

चुनाव हार चुके नरोत्तम मिश्रा की एक बार फिर धमाकेदार वापसी हुई है, उन्हें ग्वालियर-चंबल क्लस्टर का प्रभारी बनाया गया है. इंदौर क्लस्टर का प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, जबलपुर का प्रहलाद सिंह पटेल, उज्जैन में जगदीश देवड़ा, सागर में भूपेंद्र सिंह, रीवा में राजेंद्र शुक्ल, भोपाल क्लस्टर की जिम्मेदारी विश्वास सारंग को दी गई है. दरअसल, नरोत्तम मिश्रा समेत मध्य प्रदेश के तमाम दिग्गज नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जबकि शिवराज सिंह चौहान का नाम इसमें शामिल नहीं किया गया है.

VIP रहेंगे, सबका जाना संभव नहींः पूर्व सीएम

शिवराज सिंह चौहान ने अयोध्या के राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम पर बयान देते हुए कहा कि 22 जनवरी हमारे देश और हमारी संस्कृति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है जहां स्वच्छता होती है वही भगवान होते हैं. हम धन्य हैं कि इस अभियान में भाग ले पाए, में ओरछा जाऊंगा, अयोध्या में वहां उस दिन वीआईपी रहेंगे, इसलिए हर एक का जाना वहां संभव नहीं, मेरा कांग्रेस और अन्य दलों से आग्रह है जो निमंत्रण के बाद भी नहीं जा रहे हैं, वह जाए यह हमारा परम सौभाग्य है, पार्टी जो काम मुझे देगी वही मेरी भूमिका है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *