अयोध्या में आयोजित रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में राम भक्तों के लिए भगवान महाकाल का लड्डू का प्रसाद भी भेजा जाएगा. इसको समारोह को लेकर तैयारियां चल रही हैं. ढाई सौ क्विंटल लड्डुओं के प्रसाद को बनाने का काम तेजी से चल रहा है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने भी हाथ बंटाया. उन्होंने देसी घी और सूखे मेवे से तैयार होने वाले लड्डू को बनाकर सुखद अनुभूति की. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि “22 जनवरी को गौरवशाली पल के साक्षी 142 करोड़ भारतवासी बनने वाले है.”
मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार (15 जनवरी) को चिंतामन गणेश मंदिर मार्ग पर स्थित महाकालेश्वर मंदिर समिति की प्रसाद शाला पहुंचे. उन्होंने विधायक और अन्यजन प्रतिनिधियों के साथ प्रसाद बनाने में हाथ बंटाया. इस दौरान सीएम मोहन यादव ने काफी देर तक लड्डू बनाकर प्रसाद शाला में वक्त बिताया. उन्होंने लड्डू बनाने से लेकर पैक करने तक पूरी प्रक्रिया में हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशा के अनुरूप महाकालेश्वर मंदिर समिति 5 लाख लड्डुओं को अयोध्या भेज रही है.
प्रसाद बनाने के लिए लगाए अतिरिक्त कर्मचारी
लड्डुओं का प्रसाद उज्जैन से अयोध्या के लिए 16 या 17 जनवरी को रवाना हो जाएगा. अयोध्या पहुंचने वाले राम भक्तों को यह प्रसाद वितरित किया जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि 100 अतिरिक्त कर्मचारियों को प्रसाद बनाने के काम में लगाया गया है, उम्मीद की जा रही है कि 16 जनवरी तक प्रसाद निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि एक लड्डू लगभग 50 ग्राम का होता है. इस प्रकार से ढाई सौ क्विंटल लड्डू का प्रसाद अयोध्या भेजा जाएगा. इसके लिए आधा दर्जन वाहन भी हायर किए जा रहे हैं.
निशुल्क किया जाएगा प्रसाद वितरित
महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से पहली बार इतने बड़े पैमाने पर लड्डुओं को प्रसाद के रूप में निशुल्क वितरित किया जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह खुद प्रसाद निर्माण कार्य को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कलेक्टर के मुताबिक, महाकालेश्वर मंदिर समिति शिव भक्तों को जो लड्डू का प्रसाद मुहैया करा रही है, वह बिना किसी फायदे के निर्माण किया जाता है.