भारतीय कुश्ती संघ (WFI) पर खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया है। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह और उनकी पूरी टीम को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है। यह फैसला बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस फैसले के तुरंत बाद बृजभूषण शरण सिंह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि बृजभूषण सिंह कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं। हालांकि जेपी नड्डा और बृजभूषण शरण सिंह की मुलाकात की खबरें अभी आधिकारिक नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार खेल मंत्रालय का फैसला आने के तुरंत बाद बृजभूषण शरण सिंह अपने अशोका रोड स्थित आवास से निकले और जेपी नड्डा के घर गए।
सूत्रों के अनुसार कुश्ती संघ खेल मंत्रालय के फैसले को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती देगा। निलंबन की खबर सामने आने के बाद संजय सिंह ने मीडिया से कहा, ‘मैं फ्लाइट में यात्रा कर रहा था। पहले मैं चिट्ठी पढ़ूंगा। उसके बाद ही कोई टिप्पणी करूंगा।
बृजभूषण का बड़ा ऐलान
WFI के पूर्व चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने कुश्ती संघ से संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “मैंने पहलवानों के लिए 12 साल काम किया है। समय बताएगा कि क्या मैंने न्याय किया है। अब फैसले और सरकार के साथ बातचीत महासंघ के निर्वाचित लोगों द्वारा की जाएगी। मैं कुश्ती संघ से संन्यास ले लिया हूं और लोकसभा चुनाव भी आ रहा है तो मेरा ध्यान उसपर है।”
खेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय कुश्ती संघ की नई टीम पर नियमों की अनदेखी का भी अरोप लगा है। कुश्ती संघ के संविधान के प्रावधानों का पालन नहीं किया गया और पहलवानों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिए बिना अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की जल्दबाजी में घोषणा की गई थी। संजय सिंह ने 21 दिसंबर 2023 को अध्यक्ष चुने जाने के दिन ही घोषणा की थी कि कुश्ती के लिए अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप साल खत्म होने से पहले ही उत्तर प्रदेश के गोंडा के नंदिनी नगर में होगी।