पहले 1 किलो वजनी सोने का मुकुट चढ़ाया… अब वृद्धा ने अपने बैंक खातों का नॉमिनी भी भगवान को बनाया

ग्वालियर । भगवान अचलनाथ को एक किलो सोने का विग्रह मुकुट भेंट करने वालीं वृद्ध कमल शाह ने अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बचत खाते व एफडीआर का नॉमिनी भगवान अचलेश्वर को बनाने की पहल की है। महिला नॉमिनी के रूप भगवान अचलनाथ को दर्ज कराने के लिए बैंक पहुंची।

अचलेश्वर न्यास का बैंक खाता पंजाब नेशनल बैंक में होने के कारण कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। मंगलवार तक यह प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। बताया गया है कि महिला श्रद्धालु के खाते व एफडीआर के रूप में बड़ी राशि जमा है। इसका खुलासा अभी दानदाता नहीं किया है। लोहिया बाजार निवासी माधुरी सक्सेना भगवान अचलनाथ को बीमा पॉलिसी में नॉमिनी बना चुकी है।

महिला का नहीं है कोई उत्तराधिकारी

न्यास के पूर्व अध्यक्ष हरिदास अग्रवाल और रामनाथ ने बताया कि मुरार निवासी वृद्ध महिला कमल शाह ने न्यास के पूर्व पदाधिकारियों से संपर्क कर अपने बैंक खाते व एफडीआर का नॉमिनी भगवान अचलनाथ को बनाने के लिए संपर्क किया।

दानदाता महिला न्यास के पूर्व पदाधिकारियों के साथ SBI की मुरार शाखा पहुंची। उन्होंने बैंक मैनेजर को बताया कि उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होने के कारण वह बैंक में जमा राशि में भगवान अचलनाथ को नॉमिनी बनाना चाहती है।

बैंक मैनेजर ने खाताधारक की इच्छा के अनुसार भगवान अचलनाथ को नॉमिनी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंदिर का खाता पीएनबी और इंडियन बैंक में है, इसलिए SBI से एकदम प्रक्रिया को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका।

महिला ने दान दिए सोने के मुकुट के संबंध में पूछा

महिला ने पूर्व पदाधिकारियों से सवाल किया कि पूर्व में भगवान अचलनाथ के विग्रह के लिए दिए गए सोने के मुकुट का क्या किया, क्योंकि कुछ लोगों ने दानदाता महिला को बताया कि दान में दिया मुकुट अब मंदिर में नहीं हैं। पूर्व पदाधिकारियों ने वृद्धा को बताया कि उनके द्वारा दिया गया मुकुट मंदिर में सुरक्षित है।

7 लाख 42 हजार रुपये श्रद्धालु महिला की बीमा पॉलिसी से मिले

इससे पूर्व लोहिया बाजार मीनाक्षी सक्सेना ने कोई उत्तराधिकारी नहीं होने के कारण भगवान अचलनाथ के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए बीमा पॉलिसी में नॉमिनी किया था। महिला के कैलाशवासी होने पर पॉलिसी की कुल राशि सात लाख 42 हजार 82 रुपये न्यास के खाते में चार माह पूर्व आ चुके हैं।

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