ग्वालियरः मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में पुलिस ने वीआईपी के लिए बने रूट पर कार में बंदूक लेकर बैठे दो युवकों को गिरफ्तार किया है। ये लोग आरएसएस के मुखिया डॉ मोहन भागवत के रूट पर कार में बंदूक लेकर बैठे थे। पुलिस ने उनसे 315 बोर की बंदूक और 4 कारतूस जब्त किए। पुलिस दोनों से वीआईपी के रास्ते पर हथियार को लेकर मौजूद रहने की वजह पूछी। इस पर युवक ने खुलासा कर बताया है कि वह बंदूक उसके पिता की है। वहीं, पुलिस ने दोनों युवको के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया है।
दरसअल, आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत को चित्रकूट रवाना होना था। इसके चलते सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारपुर से लेकर रेलवे स्टेशन तक जाने वाले रास्ते को पुलिस ने अपने घेरे में लिया हुआ था। भागवत की सुरक्षा में लगी झांसी रोड थाना सर्कल की सीएसपी हिना खान रूट को चैक करते हुए जा रही थी। तभी विवेकानंद तिराहे से कुछ दूरी पर सड़क किनारे एक कार को खड़ी देखी। जब उन्होंने कार में झांका तो कार में दो युवक और सीट के बाजू में बंदूक की नाल दिखी। इस पर पुलिस ने एक्शन लिया।
वीआईपी रोड पर गन के साथ दिखे युवक
वीआइपी रुट पर हथियार समेत युवकों की मौजूदगी नजर आई तो दोनों युवकों को पकड़ लिया। फोर्स बुलाकर कार की तलाशी ली तो 315 बोर की बंदूक और 4 कारतूस मिले जिसमें एक दूरबीन भी लगी हुई थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि युवक जौरा मुरैना के परसोटा गांव का रहने वाला राहुल धाकड़ और उसका दोस्त करण सिंह रावत है। बंदूक राहुल के पिता बनवारी की लाइसेंसी है।
गन के साथ पकड़ाया राहुल पुलिस पूछताछ में अपना बयान बदलता रहा। इसलिए वह शक के दायरे में आ गया। शुरूआत में उसने बताया कि गांव से पैसा लेकर बैंक में जमा करने आया था इसलिए सुरक्षा के लिए पिता की बंदूक उठा लाया था। फिर दलील दी कि बंदूक तो पिता के नाम है और उसका लाइसेंस रद्द हो गया है। अब उसे इस बंदूक को अपने नाम ट्रांसफर करवाना थी इसलिए साथ लाया था। हालांकि पुलिस के आगे उसकी कोई भी दलील नहीं चली। पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया साथ ही बंदूक को जब्त कर लिया है।