नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क को अमेरिका की एक अदालत ने तगड़ा झटका दिया है। कैलिफोर्निया की अदालत ने ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल समेत दूसरे अधिकारियों को मस्क पर केस करने की इजाजत दे दी है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत को बताया गया है कि मस्क ने 2022 में ट्विटर को खरीदते वक्त इन अधिकारियों को बिना किसी नोटिस के नौकरी से निकाल दिया था। अधिकारियों का आरोप है कि मस्क ने उन्हें इस्तीफा देने का मौका भी नहीं दिया और धोखे से नौकरी से निकाल दिया।
पूर्व अधिकारियों ने मस्क पर मुकदमा ठोंक दिया है। पराग अग्रवाल के अलावा, पूर्व सीएफओ नेड सेगल, कानूनी और नीति प्रमुख विजया गाड्डे और ट्विटर के पूर्व जनरल काउंसल सीन एडगेट ने मस्क के खिलाफ केस किया है।
क्या है पूरी कहानी?
मस्क ने 2022 में ट्विटर को खरीदकर उसका नाम बदलकर ‘एक्स’ कर दिया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने अधिकारियों को नौकरी से निकालकर उन्हें मिलने वाले पैसे और दूसरे लाभ (सेवरेंस पे) नहीं दिए।
पूर्व अधिकारियों ने मार्च 2024 में मस्क के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना है कि मस्क ने उन्हें एक साल की सैलरी और दूसरे लाभ देने का वादा किया था, जो उन्हें नहीं मिला।
मस्क के खिलाफ कई और मुकदमे
केस की सुनवाई कर रही कैलिफोर्निया की अदालत ने वाल्टर इसाकसन की लिखी मस्क की जीवनी का हवाला दिया है। किताब में मस्क ने कहा है कि ट्विटर को खरीदने की जल्दबाजी में ’20 करोड़ डॉलर का अंतर’ था।
हालांकि, ‘एक्स’ के प्रतिनिधियों ने अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मस्क पर कई और मुकदमे भी चल रहे हैं। ट्विटर को खरीदने के बाद उन्होंने कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। इनमें से कई कर्मचारियों ने मस्क पर गलत तरीके से नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है।
ट्विटर के पूर्व कोर टेक जनरल मैनेजर निकोलस कैल्डवेल ने भी मस्क पर मुकदमा दायर किया है। कैल्डवेल ने 2 करोड़ डॉलर के मुआवजे की मांग की है।
कोर्ट में नहीं चलीं मस्क दलीलें
न्यायाधीश चेसनी ने 1 नवंबर को मस्क के वकीलों की कैल्डवेल के दावों को खारिज करने की याचिका ठुकरा दी थी। इससे पहले जुलाई में मस्क और ‘एक्स’ ने लगभग 6,000 कर्मचारियों की ओर से दायर किए गए 50 करोड़ डॉलर के मुकदमे को जीत लिया था।
ब्लूमबर्ग ने वकीलों के हवाले से बताया कि पिछले महीने एक पूर्व ट्विटर कर्मचारी ने बंद कमरे में मध्यस्थता के माध्यम से अनपेड सेवरेंस पे हासिल किया। इसने इसी तरह के अन्य मामलों के लिए एक मिसाल कायम की है।