भारत के खिलाफ पाकिस्तान के नेता अपने दिल में नफरत के सिवा कुछ नहीं रखते. पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत पर कई आतंकी हमले करवा चुका है. वो वक्त वक्त पर कश्मीर राग भी अलापता रहता है. इस बार फिर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगला है. हर बार की तरह इस बार भी वो कश्मीर का मुद्दा लेकर UN पहुंचा है.
पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है. इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के द्वारा ही सुलझाया जाना चाहिए. पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से जम्मू कश्मीर पर हाल ही में की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा था कि वह युग समाप्त हो चुका है जब पाकिस्तान के साथ बिना विरोध बातचीत हुआ करती थी. जम्मू कश्मीर से अब 370 समाप्त हो चुका है. अब मुद्दा यह है कि भारत-पाकिस्तान के साथ किस तरह से रिश्तों पर विचार कर सकता है.
एस जयशंकर ने कहा था कि भारत निष्क्रिय नहीं है और चाहे घटना सकारात्मक हो या नकारात्मक दिशा में वह किसी भी तरह से प्रतिक्रिया देंगे.
एस जयशंकर के बयान के बाद पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता बलूच का कहना है कि जम्मू कश्मीर का विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के मुताबिक सुलझाया जाना चाहिए.
बलूच का कहना है कि इससे दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनी रहेगी. उन्होंने इस बात को भी खारिज कर दिया कि जम्मू-कश्मीर का मुद्दा एकतरफा तरीके से सुलझाया जा सकता है.
पाकिस्तानी प्रवक्ता का कहना था कि वह किसी भी प्रकार की बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का भी जवाब पाकिस्तान देगा. दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता मात्र UNSC और कश्मीरी लोगों के अधिकारों के मुताबिक ही प्राप्त की जा सकती है.