नयी दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बिहार के दो जिलों के सात स्थानों पर छापेमारी की और आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण, दस्तावेज और गोला-बारूद जब्त किए। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई। एनआईए ने बताया कि भाकपा (माओवादी) के दो प्रमुख नेताओं विजय कुमार आर्य और उमेश चौधरी की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में शुक्रवार को कैमूर जिले के पांच और रोहतास जिले के दो स्थानों पर छापेमारी की गई थी। इसी छापेमारी के दौरान NIA को गोला बारूद के साथ और कई सामान भी मिले।
NIA का कैमूर और रोहतास में छापा
बयान के अनुसार, दोनों नेताओं को अप्रैल 2022 में रोहतास से पकड़ा गया था और उस समय आर्य के पास से ‘लेवी’ रसीदें, पर्चे और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए थे। आर्य और चौधरी के अलावा तीन आरोपी अनिल यादव उर्फ अनिल व्यास, राजेश कुमार गुप्ता और रूपेश कुमार सिंह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं और एनआईए ने इस मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया है। इस छापेमारी दौरान कई सामान भी बरामद हुए हैं।
मोबाइल, सिम और मेमोरी कार्ड में क्या है?
बयान में कहा गया है कि शुक्रवार की छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, डिजिटल उपकरण, कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज, डायरियां तथा गोला-बारूद जब्त किए गए हैं। इसमें कहा गया कि भाकपा (माओवादी) कैडर द्वारा भर्ती और ‘लेवी’ संग्रह के माध्यम से संगठन को पुनर्जीवित करने के लिए काम करने के बारे में सूचना जुटाने की खातिर उपकरणों और दस्तावेजों की जांच जारी है।