बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान के अंदर पिछले दो दिनों से जो गदर मचाया है, इससे पाकिस्तानी फौज की हालत खराब हो गई है. बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अब पाकिस्तान के अंदर रह रहे चीनी नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने का फरमान सुना दिया है. बीएलए ने धमकी दी है कि अगर उनके इलाके में कोई भी चीनी नागरिक मिला तो कत्ल कर दिया जाएगा. चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए बलूच आर्मी ने स्पेशल यूनिट बनाई है. एक दिन पहले ही बलूच आर्मी के फिदायीन दस्ते ने पाकिस्तान में भारी तबाई मचाई और 70 से अधिक लोगों की हत्या कर दी. इसमें पाकिस्तानी फौज और पुलिस के 14 जवान शामिल हैं.
दरअसल, पाकिस्तान के अंदर चीन CPEC कॉरिडोर बना रहा है. चीन अपने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए पानी की तरह पैसे बहा रहा है. चीन इस आस में है कि पाकिस्तान में उसका प्रोजेक्ट पूरा जाए, लेकिन जिस तरह से बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोला है, इससे तो साफ है कि चीनी प्रोजेक्ट पर एक बार फिर पानी फिरने वाला है. CPEC कॉरिडोर निर्माण के लिए चीन ने भारी संख्या में अपने इंजीनियरों और अधिकारियों को लगाया है.
सीपीईसी के खिलाफ बीएल का ऑपरेशन
बलूच लड़ाकों से निपटने के लिए जून महीने में ही पाकिस्तान की फौज ने ‘अजम ए इस्तेखाम’ ऑपरेशन लॉन्च किया था. पाकिस्तान को उम्मीद थी कि इस ऑपरेशन से वह बलूच आर्मी को नियंत्रित कर लेगा, लेकिन पाकिस्तान की यह चाल उसके ऊपर उलटा पड़ रही है. बलूच लड़ाके अब अधिक भड़क गए हैं और ऑपरेशन शुरू होने के बाद से पाकिस्तानी सेना पर हमले तेज कर दिए हैं. इन हमलों में बलूच लिब्रेशन आर्मी (BLA) , बलूच लिब्रेशन फ्रंट (BLF) और तहरीक-ए-तालिबान (TTP) मिलकर काम कर रहे हैं.
चीन और पाकिस्तान के लिए बुरी खबर
बीएलए ने दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के तुर्बत में आर्मी कैंप पर फिदायीन हमला करके 130 पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया है. फिलहाल, पाकिस्तान की फौज ने इस मसले पर कोई जवाब नहीं दिया है. लेकिन बलूच आर्मी ने अब जो बयान दिया है, वह पाकिस्तान और चीन दोनों के लिए बुरी खबर है. बीएलए ने धमकी दी है कि अगर चीनी नागरिक ग्वादर और बलूचिस्तान नहीं छोड़े तो उनका कत्लेआम कर दिया जाएगा.
मजीद ब्रिगेड चीनियों पर करेगी हमला
बलूच लिब्रेशन आर्मी कमांडर की तरफ से दिए गए बयान में पाकिस्तान और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को साफ लहजे में धमकी दी गई है. बयान में यह भी बताया गया है कि चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए उसने अलग से ब्रिगेड का गठन किया है, जिसका नाम मजीद ब्रिगेड है. इस यूनिट के लड़ाके सीपीईसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाएंगे.