भोपाल:प्रदेश के सभी जिलों में 15 अगस्त से बिना रजिस्ट्रार दफ्तर गए ही संपत्ति की रजिस्ट्री शुरू हो जाएगी। गुना, रतलाम, हरदा, डिंडोरी में संपदा 2.0 के पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अब इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। संपदा 2.0 में रजिस्ट्री के दस्तावेज डीमैट दस्तावेज में परिवर्तन हो जाएंगे और फेसलेस रजिस्ट्री होगी। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने मंत्रालय में रजिस्ट्री विभाग से संबंधित समीक्षा में बताया कि अभी भौतिक दस्तावेजों को डिजिटल किया जा रहा है।
7 जिलों हरदा, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, सिंगरौली और बुरहानपुर में 100% दस्तावेज 2004-05 से डिजिटल किया जा चुके हैं। 2005-06 में लगभग 1.1 करोड़ दस्तावेज में से 28 लाख को डिजिटल किया जा चुका है।
ऐसे काम करेगा : इलेक्ट्रॉनिक रूप से पंजीबद्ध दस्तावेज वॉट्सएप व ईमेल से तत्काल संबंधित व्यक्ति को मिल जाएंगे। प्रॉपर्टी मोर्टगेज रखने वालों को पहले इसका फायदा मिलेगा। खुद ऑनलाइन कागजात अपलोड कर, स्टाम्प वैल्यू कैलकुलेट करके खुद ही डीड जेनरेट कर पाएंगे।
इसके बाद प्रॉपर्टी मॉर्गेज का दस्तावेज रजिस्टर्ड हो जाएगा।
पंजीयन विभाग के मुताबिक हर रोज होने वाली रजिस्ट्री में 50 प्रॉपर्टी मोर्टगेज के मामले होते हैं। पहले प्रॉपर्टी मॉर्गेज से ही शुरुआत होगी।