वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इस साल होने वाले चुनाव में अपनी उम्मीदवारी पर बड़ा ऐलान कर सकते हैं। माना जा रहा है कि वह चुनावी रेस से हटने का फैसला ले सकते हैं। बाइडन पर उनकी पार्टी के कई सीनियर नेताओं की ओर से चुनावी मैदान से हटने का दबाव डाला जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रेसिडेंशियल डिबेट में खराब प्रदर्शन, खराब सेहत और प्रतिद्वंद्वी ट्रंप पर गोली चलने के बाद कई डेमोक्रेटिक नेताओं ने सुझाव दिया है कि बाइडन अपनी उम्मीदवारी छोड़ दें। बाइडन को राष्ट्रपति पद की रेस छोड़ने के लिए कहने वालों में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और चक शूमर जैसे डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेता शामिल हैं।
81 साल के बाइडन कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद फिलहाल अपने डेलावेयर निवास में आइसोलेशन में हैं। वहीं पार्टी के नेता उन पर चुनावी रेस से हटने का दबाव बना रहे हैं। एनवाईटी की रिपोर्ट में बाइडन के करीबी लोगों के हवाले से कहा गया है कि बाइडन राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर भी हो सकते हैं। हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनसे कहा है कि उनकी जीत मुश्किल नजर आ रही है। रिपोर्ट में दावा किया गया है किबराक ओबामा ने सहयोगियों से कहा है कि जो बाइडन को चुनाव में जाने के विचार पर फिर से सोचने की जरूरत है क्योंकि उनकी की जीत की संभावना कम हो गई है। ओबामा के 2009 से 2017 तक राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान बाइडन उपराष्ट्रपति थे।
बाइडन पर पेलोसी का भरोसा भी घटा
वाशिंगटन पोस्ट ने गुरुवार रात को बताया कि नैन्सी पेलोसी ने राष्ट्रपति बाइडन को अभियान से हटने के लिए मनाने के लिए पर्दे के पीछे अपनी भूमिका बढ़ा दी है। द हिल के मुताबिक उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी जो बाइडन का विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। ज्यादातर मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि बाइडन की दोबारा चुनावी दावेदारी की घोषणा पर मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के समापन के बाद ऐसान हो सकता है।
एनवाईटी ने बताया है कि बाइडन के करीबी लोगों में से एक ने चेतावनी दी कि राष्ट्रपति ने तीन सप्ताह तक जोर देने के बाद भी दौड़ छोड़ने का मन नहीं बनाया है। आगे भी वह पद नहीं छोड़ने जा रहे हैं। वहीं उनके एक करीबी माना है कि वास्तविकता अब सामने है और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी, अगर बाइडन जल्द ही खुद चुनावी दौड़ से हटते हुए अपनी जगह उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन करने की घोषणा कर दें।