कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार 16 जुलाई को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की, जिसमें राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में उन्हें हराने वाले बीजेपी नेता रोडमल नागर की जीत के नतीजे को चुनौती दी गई. दिग्विजय सिंह का दावा है कि EVM में हेरफेर की गई थी.
जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के रोडमल नागर ने दिग्विजय सिंह को करीब 1.45 लाख से ज्यादा मतों से शिकस्त दी थी. अब दिग्विजय सिंह के वकील संजय अग्रवार द्वारा दायर की गई याचिका में आरोप लगाया गया है कि भारत के संविधान के साथ-साथ ‘रिप्रेजेंटेशन ऑफ दि पीपल एक्ट’ का उल्लंघन किया गया है. ऐसे में दिग्विजय सिंह की मांग है कि नागर के चुनाव को रद्द किया जाए.
चुनाव आयोग की विफलता का दावा
समचारा एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कांग्रेस नेता की ओर से यह भी कहा गया है कि ईवीएम की जांच कर सत्यापन करने में चुनाव आयोग विफल रहा है. ऐसे में चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित निर्देशों का पालन नहीं किया.
‘सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं मान रहा ECI’
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ईवीएम के प्रति कई बार अविश्वास दर्ज किया गया है, लेकिन इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया और सरकार इस पर कोई जवाब नहीं देते. वहीं, चुनाव आयोग 26 अप्रैल के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी लागू नहीं कर रहा है. दिग्विजय सिंह ने याचिका में लिखा है कि ऐसे ही कई और मुद्दे हैं, जिन पर वह तकनीकी आधार पर याचिका दायर कर रहा हैं.
‘निष्पक्ष होने चाहिए चुनाव’- दिग्विजय सिंह
याचिका में कहा गया है, ‘जब हम वोट करते हैं तो यह हमारा अधिकार है कि वह सही जगह पर जाए और उसकी गिनती हो.’ उन्होंने कहा, ‘चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होने चाहिए.’