उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई. हादसे में 50 से अधिक की मौत हो गई है. मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. साथ ही इस हादसे में 100 से अधिक श्रद्धालु घायल भी हो गए हैं. इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. सीएमओ ने इसकी पुष्टि की है. घटना की सूचना मिलने के बाद आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं.
जानकारी के अनुसार, अचानक भगदड़ के दौरान ये घटना घटी है. रिपोर्ट के मुताबिक, भगदड़ का कारण अभी तक सामने नहीं आया है. हालांकि, सुरक्षाकर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं को एक जगह रोकने के कारण सांस लेने की समस्या सामने आई थी. इस कारण कई लोग मौके पर बेहोश हो गए थे. फिलहाल, प्रशासन द्वारा इस घटना की जांच की जा रही है. डीएम समेत कई आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं.
जयपुर से आयी महिला ने बताया कि सत्संग ख़त्म होने के बाद भीड़ जब निकल रही थी, तभी भगदड़ हुई.
गांव फुलराई में 3 घंटे का कार्यक्रम था. कार्यक्रम का समापन आज ही होना था. भोले बाबा के बारे में श्रद्धालुओं को प्रवचन दिया जा रहा था. शुरुआती जानकारी के अनुसार, अनियंत्रित भीड़ के कारण इस तरह की घटना घटी है.
ऑक्सीजन और उमस के कारण घटी घटना
इस कार्यक्रम में कई हजार लोग मौजूद थे. कार्यक्रम के आयोजकों ने कार्यक्रम के लिए अनुमति मांगी थी. मगर जो प्रशासन को भक्तों की संख्या के बारे में जानकारी दी गई थी, उससे कहीं ज्यादा भक्त कार्यक्रम में मौजूद थे.
प्रशासन की लापरवाही
इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन की लापरवाही की बात सामने आ रही है. प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए अच्छी तैयारी नहीं की थी. अनियंत्रित भीड़ और उमस के कारण कई लोगों को अपने जान से हाथ धोना पड़ा.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताई पूरी हादसे की पूरी घटना
एक प्रत्यक्षदर्शी महिला ने हादसे की पूरी घटना बताई है. उन्होंने कहा कि सत्संग खत्म होने के बाद हम लोग निकलने लगे. भीड़ बहुत ज्यादा थी, तभी अचानक भीड़ में भगदड़ मच गई. जिससे कई लोग एक दूसरे के नीचे दब गए. कई लोगों की जान चली गई. मेरे साथ आए कई लोगों की जान चली गई है. मैं भी दब गई थी. लगा था कि मौत हो जाएगी, लेकिन किसी तरह से बच गई.
रिपोर्ट में अलग-अलग मौत के आंकड़े
दैनिक जागरण रिपोर्ट के मुताबिक हाथरस में भगदड़ मचने से करीब 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, तो वहीं कई घायल बताए जा रहे है. मृतकों में हाथरस और एटा के रहने वाले सबसे ज्यादा बताए जा रहे हैं.
जनसत्ता रिपोर्ट के मुताबिक हाथरस हादसे में करीब 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, तो वहीं कई अन्य घायल हैं. आज तक के मुताबिक़ हाथरस में भगदड़ से मरने वालों की संख्या 27 बताई जा रही है, तो वहीं एनडी टीवी के मुताबिक़ 87 लोगों की मौत बताई जा रही है.
डीएम के मुताबिक 50 लोगों की मौत
एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है, ”हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मची. एटा अस्पताल में अब तक 27 शव मिले हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे शामिल हैं और 1 आदमी घायल अस्पताल नहीं पहुंचे हैं. आगे की जांच की जा रही है.” एटा के जिलाधिकारी के मुताबिक हाथरस में हुए भगदड़ से करीब 50 लोगों की मौत हुई है. तो वहीं कई अन्य घायल हैं.
50 हजार से अधिक लोग थे कार्यक्रम में मौजूद
बता दें कि आज यानी मंगलवार को हाथरस के रतिभानपुर इलाके में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार से अधिक लोग शामिल होने के लिए पहुंचे थे, तभी पंडाल में भयानक उमस गर्मी की वजह से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और एटा के लोग पहुंचे थे.
भोले बाबा का प्रवचन सुनने पहुंचे थे लोग
संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग हाथरस हाथरस एटा बॉर्डर के पास स्थित रतिभान पुर में पहुंचे थे. घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस पहुंचने में काफी विलंब हुआ. स्थानीय लोगों ने आसपास के अस्पताल और एटा के हॉस्पिटल्स में घायलों को भेजा है. केवल एटा के सरकारी अस्पताल में 27 लाशें पहुंच चुकी हैं.
एटा अस्पताल के सीएमओ ने क्या कहा?
सीएमओ एटा, उमेश कुमार त्रिपाठी का कहना है, “पोस्टमार्टम हाउस पर अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं। कई घायलों को भी भर्ती कराया गया है। आगे की जानकारी जांच के बाद सामने आएगी। प्राथमिक कारण एक है.” “धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़.”