मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएंगे: प्रद्युम्न सिंह तोमर

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि, गुना-शिवपुरी, भिंड-मुरैना और ग्वालियर-दतिया में स्मार्ट मीटर स्थापना का काम प्रमुखता से किया जाएगा। उन्होंने ग्वालियर चंबल संभाग में अशोकनगर और श्योपुर को क्यों छोड़ दिया, इसका जवाब नहीं दिया है। यहां उल्लेख करना चाहिए कि बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर सबसे पहले उन इलाकों में लगाए जाते हैं जहां पर लोग या तो बिजली की चोरी करते हैं या फिर बिजली का बिल जमा नहीं करते।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र में बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का ऐलान कर दिया है। यानी अब आपको मोबाइल फोन की तरह सबसे पहले बिजली का मीटर रिचार्ज करवाना होगा तब आप बिजली का उपयोग कर पाएंगे। कुल मिलाकर सिंधिया को वोट देने के बदले में गुना शिवपुरी की पब्लिक को पहला गिफ्ट तैयार किया जा रहा है।

स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट के तहत सर्वप्रथम 11 के.व्ही. फीडर वार कंज्यूमर-इंडेक्सिगं कार्य किया जाएगा। जिसके तहत सर्वेक्षकों द्वारा प्रत्येक वितरण-ट्रांसफार्मर एवं उससे जुडे विद्युत कनेक्शनों का समस्त विवरण मोबाईल-एप पर एकत्र किया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान विद्युत-कनेक्शनों के जी.पी.एस. लोकेशन के साथ-साथ मीटर और सर्विस लाइन की वस्तुस्थिति भी मौके पर जांची जाएगी। उपभोक्ता प्रतिष्ठानों में मीटर स्थापना के लिए आश्यक होने पर सर्विस लाइन बदलने एवं मीटर शिफ्टिंग का कार्य भी किया जाएगा।

ऊर्जा मंत्री के अनुसार स्मार्ट मीटर के फायदे

सुरक्षा निधि से छूट एवं पहले से जमा सुरक्षा-राशि से पहला रिचार्ज।

मौजूदा टैरिफ के अनुसार घरेलू एवं गैर घरेलू (व्यावसायिक) बिल में 25 पैसे प्रति यूनिट की छूट तथा ऊर्जा-प्रभार से जुड़े अन्य प्रभारों (यथा विद्युत-शुल्क, टी.ओ.डी. सरचार्ज, पॉवर फैक्टर सरचार्ज) की घटी विद्युत दर से गणना।

प्रत्येक भुगतान पर बिल राशि के 0-5 प्रतिशत (न्यूनतम 5 रूपये) की छूट। घरेलू श्रेणी में छूट की कोई अधिकतम सीमा नहीं जबकि अन्य श्रेणियों में छूट की अधिकतम सीमा 20 रुपये।

मीटर में बैलेंस खत्म होने के बाद भी अगले 3 दिन तक बगैर विद्युत विच्छेदन के रिचार्ज की सुविधा।

विद्युत खपत एवं उपयोग में लाये जा रहे विद्युत-भार (लोड) की हर 15 मिनट में अद्यतन (रियल टाइम) जानकारी मोबाइल में उपलब्ध, जिससे विद्युत के किफायती उपयोग से बिजली बिल में कटौती की जा सकेगी।

विद्युत खपत तत्सम्बन्धी विद्युत् प्रभार एवं बैलेंस राशि की प्रतिदिन की जानकारी मोबाइल ऐप एवं पोर्टल में उपलब्ध।

प्रतिमाह मीटर रीडिंग में होने वाली मानवीय त्रुटि एवं विद्युत बिलों में सुधार हेतु बिजली- कार्यालय के बार-बार के चक्करों से छुटकारा।

विद्युत लाइनों, वितरण ट्रांसफार्मर या किसी उपभोक्ता की विद्युत् आपूर्ति बाधित होने पर विद्युत् व्यवधान का स्वतः संज्ञान एवं विद्युत् आपूर्ति की त्वरित बहाली।

भविष्य में सोलर रूफ टॉप कनेक्शन लेने पर नये मीटर-मॉडेम खरीदने की आवश्यकता नहीं।

मध्यप्रदेश में इंदौर, जबलपुर सहित 20 से अधिक जिलों में अब तक लगभग 10 लाख स्मार्ट मीटर सफलतापूर्वक लगाये जा चुके हैं।

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