बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश दास का कहना है कि अयोध्या की जनता वीआई कल्चर से परेशान है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन वीआईपी लोग आ रहे थे। जिनके आने से रास्ते बंद कर दिए जाते थे। जनता परेशान होती थी। बीजेपी को अयोध्या विधानसभा से सबसे ज्यादा वोट मिला है।
अयोध्या: फैजाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार को लेकर सोशल मीडिया पर अयोध्या वासियों के खिलाफ खूब टिप्पणियां की जा रही हैं। सोशल मीडिया पर चल रहीं इस बयानबाजी पर अयोध्या के साधु संतों ने नाराजगी जताई है। संतों का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को अयोध्या की विधानसभा से तो जीत हासिल हुई है, लेकिन फैजाबाद लोकसभा में चार अन्य विधानसभा भी है जहां से वह हारे हैं। ऐसे में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को आत्ममंथन और चिंतन करने की जरूरत है।
जगदगुरु राम दिनेशचार्य ने सोशल मीडिया में अयोध्या वासियों के खिलाफ पोस्ट को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस तरीके के पोस्ट उचित नहीं है। अयोध्या के लोगों के बारे में पोस्ट किया जा रहा है कि हम सनातनी नहीं विधर्मी हैं। सच्चाई यह है कि अयोध्या विधानसभा में बीजेपी के लल्लू सिंह जीते हैं। उन्हें अयोध्या विधानसभा से 1 लाख 4 हजार वोट मिले हैं जबकि सपा के अवधेश प्रसाद को कम वोट मिले हैं। फैजाबाद की अन्य विधानसभा से वह क्यों हारे इसके लिए आत्ममंथन करना जरूरी है।
वीवीआईपी व्यवस्था से परेशान थी जनता
बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश दास का कहना है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अयोध्या की जनता ने पूरा प्रयास किया है। फिर भी कहीं न कहीं कोई कमी रही है। इसकी वजह से अयोध्या के लोगों को ताने सुनने पड़ रहे हैं। महंत अवधेश दास के मुताबिक वीवीआईपी व्यवस्था ने अयोध्या की जनता को आहत किया है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन वीआईपी लोग आ रहे थे। जिनके आने से रास्ते बंद कर दिए जाते थे। जनता परेशान होती थी। शासन-प्रशासन से इस बारे में बात भी की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। उन्होंने बताया कि अयोध्या का व्यापक विकास हुआ है। एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन, चौड़ी सड़कें व राम मंदिर का निर्माण। इतनी बड़ी योजनाओं के बावजूद बीजेपी क्यों हारीइस पर पार्टी नेतृत्व को गंभीरता से सोचने की जरूरत है।