मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान चार चरणों में पूरे किए गए. राज्य की 29 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल से लेकर 13 मई के बीच में वोटिंग कराई गई. अब इंतजार है चार जून का, जब सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो जाएगा. इसी बीच कई राजनीतिक एक्सपर्ट अनुमान जता रहे हैं कि बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों को कितनी सीटें मिलेंगी. एक बड़ा अनुमान यह भी लगाया गया है कि इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी को नुकसान झेलना पड़ सकता है.
दरअसल, बातचीत में लोकनीति-सीएसडीएस के संजय कुमार का कहना है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एमपी की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर कब्जा किया था. इससे ऊपर जाने की संभावना तो फिलहाल नहीं है. हालांकि, ऐसा हो सकता है कि यहां पार्टी को कुछ घाटा हो.
एमपी की करीब चार सीटों पर मजबूत कांग्रेस
संजय कुमार का कहना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी एकतरफा जीत हासिल नहीं कर सकती, ऐसा मुश्किल नजर आ रहा है. एमपी की कई सीटों पर बीजेपी के सामने कड़ी चुनौती है. राजगढ़ में बीजेपी उम्मीदवार रोडमल नागर के सामने कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह खड़े हैं. वहीं, रतलाम में बीजेपी कैंडिडेट अनिता नागर और कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया के बीच कड़ा मुकाबला है. ऐसे में छिंदवाड़ा समेत इन सीटों पर कांग्रेस कुछ मजबूत दिख रही है.
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2019
जानकारी के लिए बता दें कि पिछली दफा मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. केवल छिंदवाड़ा ही एक सीट ऐसी थी, जिस पर कांग्रेस के नकुलनाथ ने जीत दर्ज की थी. छिंदवाड़ा को नाथ परिवार का गढ़ माना जाता है. यहां से कमलनाथ 9 बार सांसद रहे. वहीं, उनके बेटे नकुलनाथ एक बार के सांसद और मौजूदा कांग्रेस उम्मीदवार हैं. इतना ही नहीं, कमलनाथ की पत्नी अलका नाथ भी एक बार की सांसद रही हैं.