राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ने के फैसले के बाद केरल के वायनाड में लोगों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. वायनाड लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे. जहां कुछ लोगों ने कहा कि उनके लिए रायबरेली से चुनाव लड़ना भी गलत नहीं है, वहीं कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि उनकी ओर से यह गलत था.
वायनाड में एक सड़क किनारे की दुकान पर एक व्यक्ति ने कहा कि राहुल गांधी के दो सीटों से चुनाव लड़ने के फैसले में कुछ भी गलत नहीं है. “वह इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व कर रहे हैं और इसलिए इसमें कुछ भी गलत नहीं है,” जबकि दूसरे ने कहा, “अगर वह दोनों सीटों से जीतते हैं, तो सबसे अधिक संभावना है कि वह वायनाड सीट खाली कर देंगे.”
दूसरे ने कहा, “अगर वह ऐसा करता है, तो यह हमें अच्छा नहीं लगेगा. वैसे भी हमें इंतजार करना चाहिए.” हालांकि, अनुभवी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) नेता पीके कुन्हालीकुट्टी ने कहा कि रायबरेली से चुनाव लड़ने के उनके फैसले में कुछ भी गलत नहीं है.
कुन्हालीकुट्टी ने कहा,”मामले का तथ्य यह है कि हमने (आईयूएमएल) कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से अनुरोध किया कि राहुल को वायनाड के अलावा एक और सीट से चुनाव लड़ना चाहिए. क्या पीएम मोदी ने अतीत में दो सीटों से चुनाव नहीं लड़ा था? हमें लगता है कि इस फैसले से इंडिया गठबंधन को बढ़ावा मिलेगा.”
राहुल गांधी ने 2019 का चुनाव वायनाड से जीता था लेकिन वह उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से हार गए थे. इस बार वायनाड में उनका मुकाबला सीपीआई नेता एनी राज और राज्य बीजेपी अध्यक्ष के. सुरेंद्रन से था