बाबरी फैसले से नाराज हूं, बदले की चाहत है…प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या में थी आतंकी हमले की तैयारी

!

लखनऊ : प्राण प्रतिष्ठा से पहले ISIS से प्रभावित कुछ संदिग्ध अयोध्या में आतंकी हमले की तैयारी कर रहे थे। हमले के लिए समर्थन जुटाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसी सूचना पर एटीएस ने एफआईआर दर्ज कर 30 दिसंबर को औरंगाबाद के 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यूपी एटीएस ने इस मामले में अब्दुल वाहिद, यासिर, मिर्जा सैफ बेग, जियाउद्दीन सिद्दीकी, थोर भान, एसके खालिद, ताहिर उर्फ सर और सादिक हबीब समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एटीएस के मुताबिक ये लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय थे। लगातार सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट कर रहे थे। आरोपितों में से एक संदिग्ध ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि बाबरी मस्जिद के फैसले से नाराज हूं। बदले की चाहत है। ओसामा बिन लादेन और बुरहान वानी मेरे आदर्श हैं।

गौरतलब है कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान बाबरी मस्जिद को लेकर भड़काऊ पोस्ट करने वाले जिब्रान मकरानी को यूपी एटीएस ने झांसी से गिरफ्तार किया है। एटीएस के मुताबिक यह पोस्ट सांप्रदायिक सद‌्भाव बिगाड़ने, धार्मिक वैमनस्य और उन्माद फैलाने के इरादे से की गई थी। डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस द्वारा विशेष निगरानी की जा रही है। इस दौरान सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर आईडी @jibranMakrani1 से एक आपत्तिजनक पोस्ट की गई। पड़ताल में पता चला कि यह अकाउंट झांसी निवासी जिब्रान मकरानी संचालित करता है। जिब्रान को एटीएस ने झांसी यूनिट में पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ में उसने कबूला कि उसने बाबरी मस्जिद का बदला लेने के इरादे से यह पोस्ट किया था।

योगी को धमकी देने वाले दो आरोपी अरेस्‍ट

दूसरी ओर, यूपी एसटीएफ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राम मंदिर को बम विस्फोट कर उड़ाने की धमकी देने के मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। लखनऊ के गोमती नगर स्थित विभूति खंड इलाके से ताहर सिंह और ओमप्रकाश मिश्रा नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों ही गोंडा के रहने वाले हैं। इन दोनों ने ‘एट द रेट ऑफ आई देवेंद्र ऑफिस’ हैंडल से नवंबर में योगी आदित्यनाथ, एसटीएफ के प्रमुख अमिताभ यश और अयोध्या के राम मंदिर को बम से उडाने की धमकी दी। धमकी भरे पोस्ट संदेश देने के लिए ‘आलम अंसारी खान 608 एट द रेट ऑफ जीमेल डॉट कॉम’ और ‘जुबैरखानिसी 199 एट र रेट ऑफ जीमेल डॉट कॉम’ का इस्तेमाल किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *